अमेरिका के कैलिफॉर्निया शहर में कोरोना वायरस महामारी के चलते एक बार फिर लॉकडाउन लगा दिया गया है. हालांकि इस लॉकडाउन में कई जगहों को खोलने की अनुमति भी मिली है जिनमें पेट्रोल स्टेशन्स और सुपरमार्केट जैसी जगहें शामिल हैं. लेकिन इस लॉकडाउन में स्ट्रिप क्लब्स को भी खोलने की अनुमति मिली है, जिसके चलते कई लोग इस फैसले से हैरान हैं. लेकिन इससे ज्यादा हैरानी लोगों को तब हुई जब लॉकडाउन के नियमों से बचने के लिए एक चर्च ने अपने आपको स्ट्रिप क्लब घोषित कर दिया.
सैन डिएगो में मौजूद गॉडस्पीक कैलवेरी चापेल और अवेकन चर्च ने अपने आपको स्ट्रिप क्लब घोषित कर दिया ताकि वे लॉकडाउन के नियमों से बच सकें. अवेकन चर्च के पादरी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए लिखा- स्ट्रिप क्लब्स को लॉकडाउन के समय खोलने की अनुमति है लेकिन चर्च को नहीं. तो हमने फैसला किया है कि हम भी एक फैमिली फ्रेंडली स्ट्रिप क्लब हो जाते हैं.
जर्गन नाम के इस पादरी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी अपलोड किया है जिसमें देखा जा सकता है कि दो लोग स्टेज पर चढ़कर अपनी जैकेट्स और टाई उतार रहे हैं और दर्शकों की तरफ से इन लोगों को काफी वाहवाही मिलती है. एक शख्स का ये भी कहना था कि अगर वे चर्च को आधिकारिक रूप से स्ट्रिप क्लब बनाना चाहते हैं तो उन्हें 30 सेकेंड्स के लिए परफॉर्म करना होगा जिसके बाद एक शख्स स्टेज पर बिना कुछ किए ही खड़ा रहा.
सुप्रीम कोर्ट कर रहा मामले की जांच
इसके अलावा गॉडस्पीक चर्च ने भी स्ट्रिप क्लब का हवाला देते हुए चर्च को बंद करने से मना कर दिया. इस चर्च के पादरी ने अपने संदेश में सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वृद्ध लोग अकेलेपन से जूझ रहे हैं, आप अपने परिवार के सदस्यों के अंतिम संस्कार में नहीं जा सकते हैं, चीजें खतरनाक हो रही हैं और इस मुश्किल समय में हम सबको साथ आने की जरूरत है लेकिन इस सरकार ने अजीबोगरीब फैसले के तहत चर्चों को बंद रखा हुआ है.
सुप्रीम कोर्ट इस मामले की जांच कर रहा है और माना जा रहा है कि या तो कैलिफॉर्निया में चर्च और स्ट्रिप क्लबों को बंद रखा जाएगा या फिर चर्चों को भी लॉकडाउन में खुलने की परमिशन मिल सकती है.