अमरनाथ की पवित्र गुफ़ा तक पहुंचने के दो रास्ते चलन में हैं. एक रास्ता पहलगाम से शुरू होता है तो दूसरा बालटल से.
पहलगाम का रास्ता लंबा है लेकिन चढ़ाई आसान है, जबकि बालटल के रास्ते चढ़ाई थोड़ी मुश्किल है, अच्छी बात ये है कि छोटा रास्ता होने की वजह से यात्री एक ही दिन में बाबा बर्फ़ानी के दर्शन कर लौट सकते हैं. ये रास्ता क़रीब 45 किलोमीटर लंबा है.
पहलगाम से शुरू हो कर क़रीब 16 किमी बाद आता है चंदनवाड़ी. वहां से 3 किलोमीटर की चढ़ाई कर यात्री पिस्सूटॉप पहुंचते हैं. पिस्सूटॉप से शेषनाग की दूरी है 9 किलोमीटर. यहां से क़रीब 11 किलोमीटर की यात्रा के बाद आता है पंजतरनी. पंजतरनी के बाद अगला पड़ाव है संगम. ये दरअसल दोनों रास्तों का संगम है.
बालटल बेसकैंप से आने वाला रास्ता भी संगम पर आकर मिलता है. बालटल से 2 किलोमीटर ऊपर चढ़कर दुमेल आता है. वहां से 5 किलोमीटर पर है बरारी आंगन और बरारी से 4 किलोमीटर बाद आ जाता है संगम. संगम से अमरनाथ गुफ़ा की दूरी सिर्फ़ 3 किलोमीटर रह जाती है.