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गर्मी की चपेट में समूचा भारत, पहाड़ भी लगे तपने

पूरब में पश्चिम बंगाल से लेकर पश्चिमोत्तर में राजस्थान तक देश के अनेक हिस्से चिलचिलाती धूप तथा लू के थपेड़ों की चपेट में हैं और देश के ज्यादातर हिस्सों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर चुका है.

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पूरब में पश्चिम बंगाल से लेकर पश्चिमोत्तर में राजस्थान तक देश के अनेक हिस्से चिलचिलाती धूप तथा लू के थपेड़ों की चपेट में हैं और देश के ज्यादातर हिस्सों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर चुका है.

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राजधानी दिल्ली में लोग अप्रैल में ही मई-जून जैसी भीषण गर्मी महसूस कर रहे हैं. दिल्ली में अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री से बढ़कर 40.5 डिग्री सेल्सियस हो गया और यह सामान्य से पांच डिग्री ज्यादा था.

कोलकाता में भी लोगों को जबर्दस्त तपिश का सामना करना पड़ रहा है. वहां दिन का तापमान 41 डिग्री तक पहुंच गया, वहीं पुरुलिया, पश्चिमी मिदनापुर तथा बांकुड़ा भी भीषण गर्मी की चपेट में हैं.

पश्चिमी उड़ीसा का झारसुगुड़ा 45 डिग्री के साथ देश का सबसे गर्म स्थान रहा. हालांकि राजधानी भुवनेश्वर समेत कुछ तटीय इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई. राज्य के ज्यादातर हिस्सों में जबर्दस्त गर्मी पड़ रही है. गर्मी और लू की वजह से सूबे में अब तक 28 लोगों की मृत्यु हो चुकी है.

{mospagebreak}सूरज की गर्मी से पहाड़ भी तपने लगे हैं. पर्वतीय राज्य उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में तापमान 38.3 डिग्री के नए स्तर पर पहुंच गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक था. पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले शिमला में भी दिन का तापमान 27 डिग्री सेल्सियस जा पहुंचा.

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पंजाब और हरियाणा में तापमान सामान्य से आठ डिग्री तक बढ़ गया. हिसार में तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. चंडीगढ़ में पारा 39 डिग्री रहा.

पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. वहीं, प्रदेश की राजधानी कोलकाता और उसके आस-पास के इलाकों में आज अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया.

अलीपुर स्थित क्षेत्रीय मौसम केंद्र ने बताया कि गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा और उससे तत्काल राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है.

शनिवार को नागपुर में पारा 44.4 तक पहुंच गया, जोकि अप्रैल की शुरुआत में इस शहर ने करीब 30 साल पहले महसूस किया था. पिछले 15 दिनों में नागपुर के अलावा अमरावती, यवतमाल, चंद्रपुर, अकोला, बुलढाणा, जलगांव और वाशिम में पारा 43 को पार कर चुका है.

भोपाल में पारा इस वक्त 39 डिग्री को पार कर चुका है. 2007 में अप्रैल का अधिकतम पारा 43.3 डिग्री था जबकि 2008 में 43.1. 2009 में तो पारा 44 डिग्री तक जा पहुंचा था. जाहिर है ये शुरुआत है और तपिश अभी और बढ़ेगी.

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