तंजीम मेरानी न कोई सेलीब्रेटी हैं और न कोई पॉलिटिकल पर्सनैलिटी. वो तो अहमदाबाद में रहने वाली 13 साल की एक छोटी सी बच्ची है. वो छोटी जरूर है लेकिन उसकी सोच और हौसले फौलाद से बुलंद हैं.
एक ओर जहां कश्मीर में विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहे वहीं इस बच्ची का कहना है कि वो 15 अगस्त को श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराएगी. अगर आप तंजीम की इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं तो आपको बता दें कि ये सच है और तंजीम का पूरा परिवार उसके इस फैसले के साथ खड़ा है.
तंजीम से जब ये पूछा गया कि उसे ये ख्याल कैसे आया तो उसने बताया कि वो लोगों को कश्मीर में पाकिस्तान और आईएसआईएस के झंडे लहराते देखती है. जबकि कश्मीर तो भारत का अभिन्न हिस्सा है, यहां तो तिरंगा फहराया जाना चाहिए.
तंजीम जोर देखकर कहती है कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और उसे किसी से घबराने या दबने की जरूरत नहीं है. तंजीम के पिता आमिर मेरानी का कहना है कि वो अपनी बेटी के इस फैसले के साथ हैं. वो सबसे पहले आर्मी के अधिकारियों से निवेदन करेंगे कि वो उनकी बेटी को तिरंगा फहराने दें. अगर आर्मी उनके इस अनुरोध को मानने से मना कर देगी तो वो भूख हड़ताल करेंगे.
ट्यूलिप इंटरनेशनल में पढ़ने वाली तंजीम का सपना है कि वो अपने देश के लिए कुछ करे. उसके इस कदम के साथ उसका स्कूल भी है. उसके स्कूल के चेयरमेन प्रदीप श्रीधर का कहना है कि उन्होंने पीएमओ को भी खत लिखा है ताकि तंजीम को लाल चौक पर तिरंगा फहराने की अनुमति मिल जाए.
तंजीम 11 अगस्त को अपने इस सफर के लिए निकलेगी.