मध्य प्रदेश के सिवनी में कुछ दिनों से दहशत फैला रहे बाघ को पकड़ने का अभियान पेंच टाईगर रिजर्व के विशेषज्ञ दल ने पूरा कर लिया. ट्रैंकुलाइज कर पकड़े गए बाघ को पिंजरे में कैदकर सीधी जिले में स्थित संजय टाईगर रिजर्व में भेजा गया है.
पेंच टाईगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक शुभरंजन सेन ने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए तीन हाथी सोमवार को खमरिया से बुलाया गया था.
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में दहशत फैला रहे बाघ को पकड़ने की योजना बनाकर आज सुबह हाथियों की मदद से रेस्क्यू दल ने बाघ को खमरिया गांव से नजदीक बरघाट सामान्य वन क्षेत्र के सांडदेव रैयत बीट के कम्पाटमेंट 165 में घेर लिया. बाद में पेंच के डॉक्टर अखिलेश मिश्रा ने विशेष प्रकार की गन में इंजेक्शन को बाघ में फायर कर उसे बेहोश कर दिया.
क्षेत्र संचालक ने बताया कि पकड़े गए बाघ की पहचान टी-22 बाघ के रूप में हुई है, जिसकी तस्वीरें पेंच-कान्हा कारीडोर में गणना के दौरान कैमरा ट्रेपिंग में पाई गई थी. पकड़ा गया बाघ वयस्क नर है. उसकी उम्र लगभग 4 साल के आसपास है.
उन्होंने बताया कि मेडिकल जांच के दौरान बाघ के शरीर में क्षेत्रीय नियंत्रण के लिए होने वाले संघर्ष के निशान पाए गए हैर्ं. मौके पर इसका उपचार किया गया. बाघ का शरीर रूप से पूरी तरह स्वस्थ्य पाया गया है.