भारत में जब पहली बार कांग्रेस चुनाव हारी थी तो सत्ता में आई थी जनता पार्टी. ये साल था 1977 का जब देश के प्रधानमंत्री बने थे महाराष्ट्र के नेता मोरारजी देसाई. देसाई अपनी राजनीति से ज्यादा मशहूर थे अपने पेशाब प्रयोग के लिए. दरअसल देसाई स्वस्थ रहने के लिए अपना ही मूत्र पीते थे. जब वह अमेरिका गए तो इसके बड़े चर्चे हुए. राजनैतिक गलियारों में तो इसे मोरार कोला तक कहा जाने लगा.बहरहाल, किस्से हैं किस्सों का क्या, मगर एक नया वैज्ञानिक सच यह है कि इंसान अपनी पेशाब से अपना मोबाइल फोन चार्ज कर सकता है. यानी अब बीच रास्ते बैटरी खत्म होने की टेंशन खत्म हो सकती है.
पेशाब से एनर्जी पैदा करने का कमाल किया है ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने. ब्रिस्टल रोबोटिक्स लैबोरेटरी में काम करने वाले वैज्ञानिकों में से एक डॉ. लोएनिस लेरोपौलस ने इस बारे में बताया कि ऐसा दुनिया में पहली बार हुआ है. अब तक कोई पेशाब से एनर्जी पैदा नहीं कर पाया था.
अपने प्रयोग के बारे में उन्होंने बताया कि हमने इंसान की पेशाब से ऊर्जा पैदा करने के लिए इसे माइक्रोबियल ईंधन कोशिकाओं के कैसकेड से प्रवाहित किया. इस प्रोसेस से बिजली पैदा हुई. इसका इस्तेमाल मोबाइल फोन चार्ज करने में किया गया. वैज्ञानिकों के मुताबिक इस ऊर्जा से चार्ज किये गए मोबाइल फोन से एसएमएस भेजने, इंटरनेट सर्फ करने और कुछ फोन कॉल्स के लिए जरूरी ऊर्जा मिल जाती है.