
जेडी वेंस ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. इस मौके पर उनकी पत्नी उषा वेंस ने एक नया इतिहास रच दिया. भारतीय मूल की उषा अमेरिका की पहली भारतीय सेकेंड लेडी बन गईं. उनके इस मुकाम ने सोशल मीडिया और गूगल सर्च में तहलका मचा दिया.
शपथ समारोह के बाद 'उषा वेंस का धर्म' गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले टॉपिक में शामिल हो गया. गूगल ट्रेंड्स के मुताबिक, 'उषा वेंस रिलीजन' सर्च में अचानक उछाल देखने को मिला. यह सर्च अमेरिका, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, यूके और भारत जैसे देशों में सबसे ज्यादा देखी गई.
उप-राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण समारोह के दौरान, उषा वेंस अपने पति को मुस्कराते हुए देख रही थीं. सोशल मीडिया पर ये तस्वीर वायरल भी हुई. साथ ही उषा वेंस भी ट्रेंड करने लगीं. हालांकि, सोशल मीडिया पर उनकी उपलब्धियों के बजाय उनके धर्म को लेकर चर्चा शुरू हो गई. गूगल ट्रेंड्स के मुताबिक, 'उषा वेंस का धर्म' जैसे सर्च टर्म्स जनवरी 2025 में तेजी से ट्रेंड करने लगे.
क्या है उषा वेंस की बैकग्राउंड
सैन डिएगो में जन्मीं उषा वेंस (नी चिलुकुरी) भारतीय अप्रवासी माता-पिता की बेटी हैं. उनके पिता IIT मद्रास से पढ़े हैं, और उनकी मां एक मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट हैं. येल यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई के दौरान उषा और जेडी वेंस की मुलाकात हुई थी. 2014 में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाजों से शादी की और अब उनके तीन बच्चे हैं.
क्या उषा वेंस ईसाई हैं?
उषा के धर्म को लेकर चर्चा इसलिए तेज हुई क्योंकि उनके पति जेडी वेंस कैथोलिक ईसाई हैं. फॉक्स न्यूज को दिये एक इंटरव्यू में उषा ने खुद को ईसाई न मानने की बात कही थी. उन्होंने खुलासा किया कि उनके माता-पिता हिंदू हैं और हिंदू धर्म उनके जीवन का अहम हिस्सा है.
जेडी वेंस का बयान
न्यूयॉर्क टाइ्मस को दिये गए एक इंटरव्यू में जेडी वेंस ने कहा था कि वे अपनी पत्नी उषा को आध्यात्मिक रूप से बेहद प्रेरणादायक मानते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि उषा धर्म परिवर्तन नहीं करना चाहतीं, लेकिन वे उनके साथ चर्च जाती हैं.