रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया, जो अब वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने देश में निर्मित पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत की रफ्तार की झलक दिखाई. ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से पटरी पर दौड़ रही है. वीडियो को ट्रेन में सवार कुछ यात्रियों ने रिकॉर्ड किया. वे चीयर करते हुए नजर आ रहे हैं.
दरअसल, देशभर में वंदे भारत ट्रेन का नेटवर्क बढ़ाने का काम तेजी से चल रहा है. यह ट्रेन अपनी रफ्तार, सुख-सुविधाओं और आरामदायक सफर के लिए जानी जाती है. इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत ट्रेन का एक वीडियो शेयर किया. इसे अब तक 4 लाख से ज़्यादा व्यूज मिल चुके हैं.
'वंदे भारत... रफ्तार देश की'
अश्विनी वैष्णव ने जो वीडियो शेयर किया है उसके कैप्शन में लिखा है- '140… 145… 150... 160 किलोमीटर प्रति घंटा. रफ्तार देश की. हमारी Vande Bharat.'
140…145…150...160 kmph रफ्तार देश की!!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) April 2, 2023
हमारी #VandeBharat pic.twitter.com/FNBGlEtxxj
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे ट्रेन में कुछ यात्री सवार हैं. वे मोबाइल ऐप के जरिए ट्रेन की स्पीड को ट्रैक कर रहे हैं. स्पीड 132 किमी/घंटे से शुरू होती है और 160 किमी/घंटे तक जाती है. जैसे-जैसे ट्रेन की रफ्तार बढ़ती है, वैसे-वैसे यात्रियों का उत्साह बढ़ता जाता है. इस पोस्ट के कमेंट सेक्शन में सैकड़ों यूजर्स ने रिएक्ट किया. किसी ने रेलवे की तारीफ की तो किसी ने ट्रेनों की लेट-लतीफी का मुद्दा उठाया.
वहीं, कुछ यूजर्स ने इसे गौरवान्वित करने वाला पल बताया. एक ने लिखा- जय हिंद. दूसरे ने कहा- देश में बनी ट्रेन के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है. तीसरे ने कहा- बस दूसरी ट्रेनें भी सुधर जाएं तो बढ़िया हो.
वर्तमान समय में कुल 11 वंदे भारत ट्रेनें पटरियों पर दौड़ रही हैं. जिनमें वाराणसी से नई दिल्ली, मैसूर से चेन्नई, मुंबई से गांधीनगर, विशाखापट्टनम से सिकंदराबाद, न्यू जलपाईगुड़ी से हावड़ा, नई दिल्ली से अंदौरा, माता वैष्णो देवी कटरा से नई दिल्ली, सोलापुर से मुंबई, शिरडी से मुंबई और बिलासपुर से नागपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेनें शामिल हैं.
हाल ही में पीएम मोदी ने भोपाल से मध्य प्रदेश की पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह देश की 11वीं वंदे भारत ट्रेन है. फिलहाल, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड 200 किलोमीटर प्रति घंटा करने की दिशा में काम चल रहा है. आने वाले वर्षों में करीब 400 ट्रेनें तैयार की जाएंगी.