भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में जहां हफ्ते में पांच दिन काम और दो दिन छुट्टी की वकालत हो रही है, वहीं इसी धरती पर एक देश ऐसा भी है जहां हफ्ते में सिर्फ दो दिन काम और पांच दिन छुट्टी की घोषणा की गई है. हालांकि, यह अलग बात है कि लैटिन अमेरिकी देश वेनेजुएला की सरकार ने यह कदम मजबूरी में उठाया है.
दरअसल, वेनेजुएला में बिजली संकट बहुत की गंभीर हो गया है. ऐसे में वहां की सरकार ने बुधवार से सरकारी और निजी क्षेत्र के कार्यालयों के लिए दो दिन के सप्ताह की घोषणा की है. यानी यहां दफ्तरों में पांच दिन छुट्टी रहेगी और सिर्फ दो दिन काम होंगे.
बाकी दिन सिर्फ जरूरी काम के लिए अफसर आएंगे दफ्तर
उपराष्ट्रपति एरिस्तोबुलो इस्तुरिज ने बुधवार को टीवी पर नए कदमों की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि बिजली संकट खत्म होने तक लोग सोमवार-मंगलवार को ही दफ्तर आएं. सिर्फ अधिक महत्वपूर्ण काम के लिए ही कोई अफसर बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को दफ्तर जा सकते हैं. राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने भी अप्रैल-मई में 28 लाख सरकारी कर्मचारियों को बिजली बचाने के लिए शुक्रवार का अतिरिक्त साप्ताहिक अवकाश दिया था.
इस बार वेनेजुएला में भीषण सूखा पड़ा है. इससे पनबिजलीघरों के लिए बांधों में पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है. कटौती के कारण बाजारों में भी बिना बिजली के ही काम हो रहा है. विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सरकार इस संकट को ठीक से नहीं संभाल पा रही.