भारत के महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने रविवार को अपने संन्यास से जुड़ी अटकलों को विराम दे दिया. आनंद ने कहा कि पांचवां विश्व खिताब जीतने के बाद उनके अंदर इस खेल को तब तक जारी रखने की शक्ति मिली है, जब तक कि वह इसका लुत्फ लेते रहेंगे.
एक सम्मान समारोह में विश्व कप जीतने के बाद भारतीय मीडिया से पहली बार मुखातिब आनंद ने कहा कि वह अपने खेल का अभी भी खूब लुत्फ उठा रहे हैं. आनंद ने कहा कि विश्व चैम्पियनशिप में इजरायली खिलाड़ी बोरिस गेलफांद पर मिली जीत उनके लिए काफी मायने रखती है.
आनंद ने कहा कि मेरे मन में संन्यास का कोई इरादा नहीं है. मैं तो विश्व कप जीतने के बाद खेल जारी रखने को लेकर प्रेरित हुआ हूं. मैं जब तक इस खेल का लुत्फ उठा रहा हूं, तब तक संन्यास के बारे में नहीं सोच सकता.
आनंद ने कहा कि विश्व खिताब जीतने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी मुलाकात काफी रोचक रही थी. इस दौरान आनंद ने पुतिन को बताया कि उन्होंने किस तरह रूसी संस्कृति केंद्र में इस खेल में खुद को माहिर किया था.