भयंकर गर्मी में पानी की कमी के चलते दिल्लीवालों का गला सूखा है और दिमाग गरम है. जलसंकट को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. गंभीर जल संकट को देखते हुए पीएमओ को दखल देना पड़ा है.
दिल्ली में बढ़ते जल संकट को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने दखल दिया है. पीएमओ ने दिल्ली और हरियाणा के मुख्यमंत्री से कहा है कि वो वापस में बैठकर मामले को सुलझाएं.
दिल्ली का आरोप है कि हरियाणा दिल्ली को पानी की सप्लाई में कटौती कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पुलोक चटर्जी ने मामले में दखल दिया है. हरियाणा के अधिकारी आज चटर्जी से मिलेंगे. दिल्ली और हरियाणा के अधिकारियों के अधिकारियों की बैठक कल शाम 4 बजे होगी. दिल्ली का आरोप है कि हरियाणा उन्हें कम पानी दे रहा है.
इधर, हरियाणा ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में जलसंकट को लेकर उसकी छवि खराब की जा रही है. हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को एक चिट्ठी लिखकर ये आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री उन्होंने कहा है कि हरियाणा पहले जैसे ही दिल्ली को पानी सप्लाई कर रहा है और पानी सप्लाई में कटौती नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि दिल्ली को 80 एमजीडी और पानी देने पर कभी भी रजामंदी नहीं हुई थी. शनिवार को बीजेपी नेता विजय गोयल ने भी इस मसले पर भूपेंद्र हुड्डा से मुलाकात की थी.
दिल्ली में हालात इतने बदतर हैं कि लोग बूंद-बूंद को तरस रहे हैं. कुछ इलाकों में पानी आ रहा है तो वो भी गंदा. शहादरा के बलबीर नगर कॉलोनी में पिछले 15 दिनों से पानी की किल्लत है. कभी कभार पानी आता है तो गंदा और बदबूदार. शिकायत करने के बावजूद जलबोर्ड ने कोई उपाय नहीं किया. इससे गुस्साए लोग सड़कों पर उतर आए.
इधर, पूर्वी दिल्ली के झील चौक पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सीएम शीला दीक्षित का पुतला फूंका. इस प्रदर्शन मे भारी संख्या मे महिलायें भी मौजूद थीं. बीजेपी का कहना है कि ये प्रदर्शन सांकेतिक है लेकिन 22 जून से दिल्ली सरकार के खिलाफ जेल भरो आन्दोलन किया जाएगा.