वेब आधारित कार्यक्रम वजन घटाने और वजन को चुस्त-दुरुस्त रखने के नए प्रभावी उपाय हैं. एक अध्ययन में यह बात उजागर हुई है. मोटापे से ग्रस्त लगभग 36 प्रतिशत अमेरिकी वजन कम करने के मुद्दे पर चर्चा करते हैं. कई ऐसी बाधाएं हैं जो वजन कम करने में रोड़ा बनती हैं.
किसी संस्थान या क्लीनिक में जाकर वजन घटाने के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे लोगों के लिए यात्रा, काम और घर में जूझना, बच्चे की देखरेख की जरूरत और निजता के हनन जैसी कई बाधाएं हो सकती हैं.
'आहार शिक्षा और व्यवहार' (न्युट्रीशन एजुकेशन एंड बिहैवियर) पत्रिका के नए अंक में केन्सास विश्वविद्यालय चिकित्सा केंद्र के शोधकर्ता ने कहा कि वे वैकल्पिक वजन नियंत्रण विधियों की खोज कर रहे है जिससे मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों की कुछ मुश्किलों को खत्म किया जा सके.
मुख्य शोधकर्ता डेबरा सुलविन कहते हैं, 'हालांकि हमने पाया कि वर्चुअल तरीके की तुलना में किसी क्लीनिक में जाकर वजन कम करना ज्यादा प्रभावशाली है. जबकि वजन को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने में वर्चुअल तरीका अधिक असरदार है.'
वर्चुअल तरीके से वजन को चुस्त-दुरुस्त रखने वाला कार्यक्रम, वेब आधारित वर्चुअल रियल्टी एनवायरमेंट 'सेकेंड लाइफ' के इस्तेमाल से संपन्न होता है.
'सेकेंड लाइफ' में शामिल होने वाले लोग अपना आभासी अभिवेदन उत्पन्न करते हैं जिसे 'अवतार' कहा जाता है. यह अन्य 'अवतार' के साथ संचार कर सकता है और 'सेकेंड लाइफ' के आभाषी संसार के जरिए संचालित होता है. इसमें मौखिक संचार हेडसेट के जरिए पूरा होता है.