चिड़ियाघर में मौजूद दुर्लभ प्रजाति के सफेद कौआ को देखने के लिए आजकल खूब भीड़ जुट रही है. गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली इस चिड़िया का इलाज कराने के बाद उसे चिड़ियाघर में रखा गया है.
वंडालुर स्थित अरिगनार अन्ना प्राणी उद्यान के पशु चिकित्सक डॉक्टर तिरुमुरुगन ने बताया, ‘लड़ाई के बाद सफेद कौआ को गंभीर चोटें आयी थीं. इसे 15 दिन में स्वस्थ किया गया और फिर इसे दर्शकों के देखने के लिए रखा गया है.’
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रंग के लिए जिम्मेदार मेलानिन की कमी के कारण इसका रंग सफेद है. सामान्य कौआ में मिलने वाले काले मिलानिन के कारण उनका रंग काला होता है. गौरतलब है कि सफेद कौआ बहुत दुर्लभ है.
थिरुमुरुगन ने कहा, ‘सफेद कौआ प्रदर्शन के लिए रखा गया है. यह अच्छी भीड़ जमा कर रहा है. हमने पहली बार सफेद कौआ प्रदर्शन के लिए रखा है.’ उन्होंने कहा कि चूंकि कौआ अलग रंग का है इसलिए अन्य चिड़िया अकसर उसे शिकारी समझ लेते हैं. इससे झगड़ा बढ़ जाता है और अलग रंग का कौआ दुश्मनों से अपनी प्राकृतिक सुरक्षा खो देता है.
उन्होंने बताया कि दुश्मनों के प्रति उसकी प्राकृतिक सुरक्षा उसके काले रंग से आती है.