
उत्तर प्रदेश पुलिस के खाने की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है. इसकी शुरुआत एक सिपाही के वायरल वीडियो से हुई थी जिसमें वह फिरोजाबाद पुलिस लाइन के खाने की शिकायत करता दिखा था. अब इसी कड़ी में एक नया वीडियो भी सामने आया है. मैनपुरी के एसपी IPS कमलेश दीक्षित को पुलिस लाइन का खराब खाना देखकर पर इतना गुस्सा आया कि उन्होंने मेस प्रबंधक को 'नालायक' तक बोल दिया.
दरअसल, पुलिस लाइन के खाने को लेकर उठते सवाल के बीच IPS कमलेश दीक्षित मैनपुरी पुलिस लाइन के मेस में खाने की गुणवत्ता चेक करने गए थे. यहां उन्होंने पहले तो रोटी चेक की, जो जली हुई मिली. फिर वह दूसरे आइटम्स को चेक करने अंदर गए. यहां पानी वाला दाल देखने के बाद उनसे रहा नहीं गया. उनकी आवाज ऊंची हो गई और उन्होंने मेस प्रबंधक को जमकर सुनाया. उन्होंने प्रबंधक को खाने की गुणवत्ता सुधारने के दिशा निर्देश भी दिए हैं.
अब सोशल मीडिया पर इस पुलिस अधिकारी की भी खूब चर्चा हो रही है. जिन्होंने खुद जाकर पुलिसकर्मियों को मिलने वाले मेस के खाने की जांच की और खाने की खराब क्वालिटी को लेकर मेस प्रबंधक को फटकार भी लगाई.
कौन है मैनपुरी के एसपी?
मैनपुरी के एसपी IPS कमलेश दीक्षित मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले हैं. उनका जन्म 15 अगस्त 1966 को हुआ था. उनके पास एमए और एलएलबी की डिग्री है. कमलेश दीक्षित ने 1 अगस्त 1997 को उत्तर प्रदेश पुलिस में ज्वाइन किया था. बाद में उनके काम को देखते हुए उन्हें स्टेट पुलिस से प्रमोट कर के IPS बना दिया गया.
यूपी पुलिस की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, 25 मई 2022 को कमलेश दीक्षित को मैनपुरी का एसपी बनाया गया था.
बता दें कि यूपी के पुलिस लाइन के खाने की शिकायत पहली बार एक सिपाही ने की थी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. फिरोजाबाद के पुलिस लाइन में मिलने वाले खाने की थाली हाथ में लिए तब कॉन्स्टेबल मनोज कुमार ने कहा था कि सरकार हमसे 12-12 घंटे काम कराती है और ऐसा खाना देती है.
तब मनोज कुमार ने रो-रोकर खाने की शिकायत की थी और कहा था कि यूपी पुलिस के आरक्षियों को सब दबाते हैं. उन्होंने तब यह भी कहा था कि खाने की शिकायत पर उन्हें बर्खास्त करने की भी धमकी दी जा रही है. बाद में वायरल वीडियो पर फिरोजाबाद पुलिस ने ट्वीट कर कहा था सीओ सिटी इस मामले की जांच करेंगे.
यूपी पुलिस के ट्वीट में मनोज कुमार पर भी कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. ट्वीट में बताया गया था- शिकायतकर्ता आरक्षी को आदतन अनुशासनहीनता, गैरहाजिरी व लापरवाही से सम्बन्धित 15 दण्ड विगत वर्षो में दिये गये हैं.