IAS या IPS अधिकारियों की कुर्सी पर सफेद तौलिया क्यों होती है? इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. इसकी शुरुआत हुई एक IRTS ऑफिसर के ट्वीट से. IRTS ऑफिसर ने अपने ट्वीट में लिखा- 'यदि एक कमरे में 10 एक जैसी कुर्सियां हों तो सीनियर की कुर्सी में अंतर कैसे करें? उस पर सफेद तौलिया रख दें.' इस ट्वीट के बाद यूजर्स ने कमेंट्स कर प्रतिक्रियाएं देना शुरू कर दिया. कई अधिकारियों ने भी पोस्ट पर रिएक्ट किया.
दरअसल, IRTS ऑफिसर संजय कुमार (@Sanjay_IRTS) ने नौकरशाही (Bureaucracy) पर ट्वीट करते हुए कुर्सियों पर सफेद तौलिया रखने का जिक्र किया. इस पर एक यूजर ने पूछा- 'सर, सीनियरटी के प्रतीक के रूप में यह सफेद तौलिया भारतीय इनोवेशन है.'
If there are ten similar chairs in a room then how to differentiate chair of a senior ? Put white towel on it. #bureaucracy
— Sanjay Kumar IRTS (@Sanjay_IRTS) February 3, 2022
इसके जवाब में IRTS ऑफिसर ने कहा- 'एक बार मेरे सीनियर ने मुझसे पूछा तौलिया नहीं है? मैंने कहा सर- कुर्सी साफ है.'
One time one senior asked me towel nahi hai ? I told sir chair saaf hai 😅
— Sanjay Kumar IRTS (@Sanjay_IRTS) February 3, 2022
कैसे हुई कुर्सियों पर सफेद तौलिया रखने की शुरुआत?
IAS या IPS की कुर्सियों पर सफेद तौलिया रखने की शुरुआत कैसे हुई, इस बारे में IRS अधिकारी विकास प्रकाश सिंह (Vikas Prakash Singh) ने भी रिएक्ट किया.
The Indian Bureaucratic Towel has a curious case.
It probably started in British era due 2 thickly cushioned chairs, absence of cooling tech, and non-acclimatized Britishers, resulting in a lot of sweating. However, it soon became associated with status and d tradition continues. https://t.co/co0e3WFADm
— Vikas Prakash Singh, IRS (@VikasPrkshSingh) February 3, 2022
उन्होंने लिखा- 'इसकी शुरुआत संभवतः ब्रिटिश काल में मोटे कुशन वाली कुर्सियों के जमाने से हुई होगी. Cooling Technology (AC वगैरह न होना) की अनुपस्थिति के चलते, पसीने से कुर्सी में नमी आ जाती थी. इसके लिए उसपर तौलिया रखकर बैठा जाता था. लेकिन बाद में ये स्टेटस सिंबल और परंपरा बन गई, जो आज तक जारी है.' कुल मिलाकर कुर्सी पर सफेद तौलिया रखने का चलन अंग्रेजों के जमाने में शुरू हुआ था.
When I threw away the white towel on my chair, some of my people didn't like it. Now they have tied the white towel to the chair so that I can't throw it away. 😛
— Ananth Rupanagudi (@Ananth_IRAS) February 4, 2022
लोगों ने क्या कहा?
IRTS ऑफिसर संजय कुमार के ट्वीट पर IAS सोमेश उपाध्याय (Somesh Upadhyay) ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल (@Somesh_IAS) से लिखा- 'सेंटर वाली कुर्सी भी.' यानी किसी कार्यक्रम में बीच वाली कुर्सी पर बैठना भी स्टेटस सिंबल हो चला है.
Centre wali chair bhai
— Somesh Upadhyay, IAS (@Somesh_IAS) February 3, 2022
एक यूजर ने पूछा कि आखिर सफेद तौलिया ही क्यों. लाल, पीली, नीली या काली क्यों नहीं? तो एक अन्य यूजर ने कहा- तौलिया का भी अपना अलग एटीट्यूड है.
सर सभी महकमों का यही हाल है.
— धरती पुत्र (@Shaka123256789) February 3, 2022
किसी ने कहा IAS या IPS अधिकारी नहीं सभी महकमों का यही हाल है. नेता लोग भी अछूते नहीं है.