एक महिला ने अपने पार्टनर के साथ मिलकर अपने ही दिव्यांग पति के साथ बेहद बुरा सुलूक किया. उसने पति को साल 2016 से 2020 के बीच गुलाम बनाकर और भूखा रखा. इस अपराध में महिला का साथ उसके पार्टनर ने दिया है, जो पति का केयर टेकर था. अब इन दोनों को 11 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. आरोपी महिला की पहचान 49 साल की सारा समरसेट-होउ के तौर पर हुई है. वहीं उसके आरोपी पार्टनर की पहचान 40 साल के जियॉर्ज वेब के तौर पर हुई.
इंडिपेंडेंट यूके की रिपोर्ट के अनुसार, इन्हें टॉम समरसेट नामक शख्स को गुलाम बनाकर यातना देने का दोषी पाया गया है. इस मामले में ब्रिटेन के पोर्ट्समाउथ क्राउन कोर्ट ने फैसला सुनाया है. जियॉर्ज वेब को लेकर पीड़ित ने कहा कि उसका गुस्सा परमाणु बम की तरह है. इन्होंने शारीरिक तौर पर भी पीड़ित टॉम को नुकसान पहुंचाया है. टॉम दिव्यांग हैं. उन्हें पलंग पर ही रहना होता था. साथ ही खाने के लिए भी कुछ नहीं दिया जाता था. मामले को दुनिया के सामने लाने का काम टॉम के दोस्त और बहन केट ने किया.
टॉम ने सुनाई अपनी आपबीती
टॉम का कहना है कि उन्हें पता चला कि उनकी पत्नी और वेब ने पांच साल तक उन्हें परेशान करने की योजना बनाई हुई थी. उन्होंने पत्नी सारा को लेकर कहा कि वो लगातार परेशान कर रही थी. वो अब किसी पर विश्वास नहीं कर सकते. टॉम ने कहा कि सारा से मिलने से पहले मेरा करियर था. मैं सिनेमा और पब जाता था. मेरे दोस्त थे. मेरी अच्छी खासी जिंदगी थी. जब हम पहली बार मिले, तो इन चीजों को साथ में करते थे. लेकिन जब जियॉर्ज वेब की हमारी जिंदगी में एंट्री हुई, तो ये सब चीजें थम गईं. अब टॉम एक केयर होम में रह रहे हैं.
जज ने मामले में क्या कहा?
जज विलियम एशवर्थ ने मामले में सजा सुनाते हुए कहा कि ये सच पाया गया है कि कैसे टॉम को करीब 2 साल 8 महीने तक बुरी स्थिति में रखा गया. उन्हें खाना और पानी नहीं दिया जाता था. वो बाथरूम जाने के लिए भीख मांगते थे, तब भी उनकी आवाज को नहीं सुना जाता. वो बेड पर रहते थे. उन्हें साफ सफाई में नहीं रखा जाता था. वो कपड़ों में ही पेशाब करने को मजबूर थे. उन्हें दूध देने वाली गाय की तरह रखा गया और स्वतंत्रता से दूर कर दिया गया. टॉम को परिवार से भी दूर रखा गया. अगस्त 2020 में उनके परिवार ने ही मामले का खुलासा किया. इसी के बाद मामले की जांच की गई थी.