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लड़की ने कैंसर के नाम पर 400 से ज्यादा लोगों से करीब 30 लाख रुपए की ठगी कर ली. लड़की ने अपने वीडियो में दावा किया कि कैंसर के कारण उसे कीमोथैरेपी करानी पड़ती है, डॉक्टरों ने उसे 5 साल की मोहलत दी है. लेकिन, उसके तमाम दावे फर्जी निकले. इस बात की जानकारी जब पुलिस के पास पहुंची तो मामले का खुलासा हुआ.
डेलीमेल के मुताबिक- मैडिसन मैरी रुसो को लेकर कुछ डॉक्टर्स ने इस बात की शिकायत की थी कि वह कैंसर को लेकर वीडियोज अपलोड कर रही हैं. इन डॉक्टर्स ने ही पुलिस के सामने कहा कहा था कि वह कैंसरग्रस्त होने का झूठा दावा कर रही हैं. इसके बाद पुलिस ने मैडिसन के घर की तलाशी ली. जांच में पुलिस को उनके घर से कई मेडिकल उपकरण मिले. उनकी कार को जब्त कर लिया गया.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगर मैडिसन मैरी पर लगे आरोप सही साबित हो जाते हैं तो उनके 10 साल जेल की सजा मिलेगी. फिलहाल, वह 8 लाख रुपए के बॉन्ड पर रिहा हो गई हैं. 2 मार्च को वह कोर्ट में फिर से पेश होंगी.
ऐसी खुली महिला की पोल...
दरअसल, कुछ डॉक्टर्स ने ही पुलिस को बताया था कहा था मैडिसन मैरी जो जीवन रक्षक उपकरण लगाकर अपने वीडियोज शेयर कर रही हैं, उनमें कई कमियां हैं. उन्होंने अमेरिका के Iowa में मौजूद अपार्टमेंट को फर्जी हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तित कर लिया था. पुलिस जब लड़की के घर पहुंची तो उन्हें कई ऐसे मेडिकल उपकरण मिले. इससे उनकी धोखाधड़ी करने की बात साबित हो गई. पुलिस ने बताया कि मैडिसन मैरी ने कई कैंसर मरीजों के फोटो भी चुराए और उन्हें सोशल मीडिया पर खुद के बताकर शेयर कर दिए.
मैडिसन ने सोशल मीडिया पर खुद को लेकर भ्रामक प्रचार किया. उन्होंने यह तक कह दिया कि फरवरी 2022 में उनको डॉक्टर्स ने कैंसर होने के बारे में बताया था. मैडिसन ने यह भी कहा कि डॉक्टर्स ने उन्हें 5 साल का अल्टीमेटम दिया है.
'मेरे अंदर है फुटबॉल के आकार का ट्यूमर'
मैडिसन ने एक वीडियो में बताया कि वह अग्नाशय के कैंसर (Pancreatic cancer) के स्टेज-2 से ग्रस्त हैं. उनके पिछले हिस्से में फुटबॉल के आकार का ट्यूमर है. जो उनकी रीढ़ की हड्डी के चारों ओर है. मैडिसन ने सोशल मीडिया पर तो अपनी बीमारी को लेकर कई बार मनगढ़त वीडियो शेयर किए, वहीं उन्होंने 493 लोगों से बीमारी के नाम पर डोनेशन ले ली. उन्होंने क्राउडफंडिंग कर लोगों से ठगी की. मैडिसन के टिकटॉक पर 1800 के करीब फॉलोअर्स हैं. वही कई वीडियोज में मेडिकल उपकरण पहने हुए नजर आ रही हैं.
जब अखबार ने लिया असली बीमारी समझकर इंटरव्यू
हैरानी की बात तो यह रही कि मैडिसन की फर्जी बीमारी को लेकर एक स्थानीय अखबार ने भी उनका इंटरव्यू तक कर डाला. अखबार ने उनसे कैंसर की बीमारी को लेकर बातचीत की थी. पुलिस की जांच में उनके सारे दावे फर्जी निकले. जांच में सामने आया कि वह ऐशोआराम की जिंदगी जी रही हैं, पार्टटाइम नौकरी कर रही हैं और गोल्फ खेलने जाती हैं. वहीं, उनके मेडिकल रिकॉर्ड में यह बात भी सामने आई कि उन्हें कैंसर जैसी कोई बीमारी नहीं है.