
कर्नाटक के देवदुर्ग से पुणे जा रही महिला ने सफर के दौरान चलती बस में ही बच्चे को जन्म दिया. प्रसव के बाद महिला और उसके नवजात बच्चे को नीरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. महिला और नवजात का स्वास्थ्य अच्छा है. यह वाकया महाराष्ट्र के बारामती जिले का है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 20 वर्षीय ज्योति सोमनाथ चव्हाण पुणे के भोसरी में अपने पति के साथ रहती है. कुछ दिन पहले वह कर्नाटक के मुरामपुर तांडा गांव अपने पिता के घर प्रसव के लिए गई थी. वहां अस्पताल में जांच कराने के बाद डॉक्टरों ने सीजेरियन ऑपरेशन कराने की सलाह दी थी. इसलिए उसके पिता ने उसके आगे के इलाज के लिए पुणे लाने की सोच ली थी.
चलती बस में ही अन्य महिलाओं ने कराया प्रसव
शनिवार रात कर्नाटक निगम की बस से वे दोनों पुणे आ रहे थे कि सफर के दौरान बारामती के पास ज्योति के पेट में दर्द होने लगा. प्रसव के लिए महिला बस में ही तड़पने लगी, तब बस में सफर कर रही अन्य महिलाओं ने चलती बस में ही उसका प्रसव किया.
इसी दौरान बस चालक ने 108 नंबर मिलाकर सरकारी एंबुलेंस मंगवाई जिसके बाद महिला और बच्चे को तुरंत नीरा के प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए दाखिल किया गया. यहां डॉक्टर समीक्षा कांबले ने इस महिला का इलाज किया.
महिला और नवजात शिशु की तबीयत अच्छे होने की जानकारी डॉक्टर कांबले ने आजतक को दी है. चलती बस में महिला की प्रसव क्रिया करने वाली लक्ष्मी पवार नागेश्वरी पवार और रीमा राठौड़ की सराहना की जा रही है. महिला को प्रसव और इलाज दिलाने के बाद वे कर्नाटक निगम की बस से आगे की सफर के लिये चल पड़ीं.