
भारत में IIT का अपना एक अलग क्रेज है, जो एक स्टेटस सिंबल भी माना जाता है. लाखों लोग इसे हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देते हैं. यह सिर्फ बच्चों का ही नहीं, बल्कि पैरेंट्स का भी सपना होता है. ये भी हकीकत है IIT का टैग लगते ही इंसान समाज में उसकी कद्र भी बढ़ जाती है.
हाल ही में कुंभ में एक बाबा वायरल हुए. सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि अगर उनके नाम के साथ IIT का टैग नहीं होता, तो शायद वे इतने वायरल नहीं होते. ऐसे में सवाल उठता है की क्या सिर्फ IITian होने से किसी व्यक्ति की अहमियत बढ़ जाती है, भले ही वह व्यक्तिगत रूप से कैसा भी हो?
इसी कड़ी में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर IIT ग्रेजुएट्स को लेकर किए पोस्ट पर बहस छेड़ दी है.महिला ने टॉप IITs और हाई-रैंकिंग ब्रांच के स्टूडेंट्स को 'घमंडी' और 'एलीटिज्म से भरे' होने का आरोप लगाया.
महिला ने क्या कहा?
महिला ने अपने पोस्ट में लिखा—हर IITian जिसे मैं जानती हूं, उनमें घमंड भरा हुआ है. टॉप IITs और टॉप ब्रांच वाले खुद को सबसे ऊपर समझते हैं. वे हमेशा खुद को दूसरों से बेहतर मानते हैं और दूसरों को नजरअंदाज कर देते हैं.
'वे घमंडी नहीं, बल्कि मेहनती और टैलेंटेड होते हैं'
पोस्ट वायरल होते ही सोशल मीडिया दो गुटों में बंट गया. कुछ लोगों ने महिला की बात का समर्थन किया, तो कई ने IITians को मेहनती और विनम्र बताया. एक यूजर ने लिखा की मैं रोज 15 से ज्यादा IITians के साथ काम करता हूं. वे घमंडी नहीं, बल्कि मेहनती और टैलेंटेड होते हैं.
एक अन्य यूजर ने लिखा की सिर्फ 1-2 लोगों के अनुभव से पूरे ग्रुप को जज करना सही नहीं. IITians ने दुनिया में कई बड़ी चीजे की हैं.
वहीं, किसी का कहना था कि भारत में सेलेब्रिटी कल्चर गहरा है. हमें हर किसी को सेलेब्रिटी बनाने का शौक है. लेकिन सिर्फ एक एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने भर से किसी इंसान को पूरी जिंदगी के लिए कैसे जज किया जा सकता है?