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महिला टीचर ने 15 साल के स्टूडेंट का किया यौन शोषण, सबके सामने आए भेजे गए मैसेज

स्कूल में पढ़ने वाले एक 15 साल के बच्चे के साथ उसकी महिला टीचर ने जो किया, उससे सभी हैरत में पड़ गए. बच्चे का व्यवहार बदल गया था. वो काफी चुप रहने लगा. वो खुद को कमरे में बंद कर लिया करता था.

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बच्चों को मैसेज करके फंसाती थी महिला टीचर (प्रतीकात्मक तस्वीर- Pexels)
बच्चों को मैसेज करके फंसाती थी महिला टीचर (प्रतीकात्मक तस्वीर- Pexels)

इस महिला टीचर को नौकरी से निकाल दिया गया था. अब उसके फोन में ऐसे मैसेज मिले हैं, जो काफी परेशान करने वाले हैं. बच्चों के साथ महिला टीचर फोन पर जिस तरह बात किया करती थी, उसने सभी को हैरत में डाल दिया है. खासतौर पर बच्चों के माता पिता टेंशन में हैं.

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38 साल की इस टीचर का नाम कैंडिस बार्बर है. उसे एक 15 साल के लड़के के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दोषी ठहराया गया था. इसके लिए उसे 2021 में छह साल और दो महीने की जेल की सजा हुई. अब उसके मैसेज सामने आए हैं. ये मैसेज टीचिंग वॉचडॉग पैनल ने देखे. 

डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, वो बच्चों को धमकी देकर या चालाकी से अपने जाल में फंसाती थी. उन्हें और बेहतर बनाने का झांसा देकर उनके साथ शोषण करती थी. टीचर कैंडिस तीन बच्चों की मां है. वो अब भी खुद को बेगुनाह बता रही है.

अपने बचाव में टीचर ने नोट लिखकर भेजा (तस्वीर- फेसबुक)
अपने बचाव में टीचर ने नोट लिखकर भेजा (तस्वीर- फेसबुक)

उसने पैनल को भेजे एक नोट में लिखा, 'दोषी ठहराए जाने के बावजूद मैंने हमेशा यही कहा है कि मैं बेगुनाह हूं.' सुनवाई के दौरान जज ने इस नोट को घृणा से परे बताया. वहीं इस महिला टीचर की बात करें, तो वो ब्रिटने के प्रिंसेस रिसबोरो स्कूल में पढ़ाया करती थी. यहां उसकी नजर स्पोर्ट्स डे वाले दिन एक लड़के पर पड़ी. तभी से उसने बच्चे को अश्लील मैसेज और तस्वीरें भेजनी शुरू कर दी. 

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बच्चे ने बताया कि उसका यौन शोषण 11 अक्टूबर, 2018 में हुआ था. इसके बाद वो बच्चे को फेल करने की धमकी देने लगी. बार्बर को दो मामलों में सजा सुनाई गई. उसे 2020 में पहले बच्चे को अश्लील तस्वीरें और वीडियो भेजने का दोषी पाया गया.

फिर मार्च 2021 में 16 साल से कम उम्र के बच्चे का साथ यौन गतिविधि करने का दोषी पाया गया. मामले की सुनवाई के दौरान अदालत में कहा गया कि वो बच्चे को मुंह बंद रखने के लिए धमकी दिया करती थी. इन सबसे परेशान बच्चे के व्यवहार में बदलाव आने लगा. वो शांत रहता और खुद को कमरे में अकेला बंद कर लेता था. 

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