रूस की राजधानी मॉस्को की एक लैबोरेटरी में पिछले करीब डेढ़ साल से 6 शख्स एक खास सफ़र की तैयारी में जुटे हैं. उनकी मंज़िल है धरती से पांच करोड़ 60 लाख किलोमीटर दूर, मंगल ग्रह. मंगल ग्रह पर इंसानों के इस सबसे बड़े मिशन का नाम है- मार्स- फाइव हंड्रेड. खास बात ये है कि इस मिशन के लिए चुने गए लोग पेशेवर अंतरिक्ष यात्री नहीं हैं. ये वॉलंटियर्स हैं, जो बनने जा रहे हैं मंगल के पहले मुसाफिर.