ग्रेटर नोएडा में आए दिन लिफ्ट रुकने से लोगों के फंसने की खबरें सामने आती रहती हैं. अब ताजा मामला ग्रेटर नोएडा के अल्फा-2 सेक्टर के गोल्फ गार्डेनिया सोसायटी का है. जहां पर देर रात लिफ्ट में सवार 8 लोग अचानक से पहली मंजिल पर लिफ्ट रुकने से फंस गए. फंसे हुए लोगों में ज्यादातर बच्चे बताए जा रहे हैं . लोगों द्वारा इसकी फायर ब्रिगेड को दी गई . फायर टीम ने लोहे की रॉड से कड़ी मशक्कत के बाद 1:30 से 2 घंटे में लोगों को बाहर निकाला. हालांकि सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल आए.
दरअसल, बीती देर रात दुष्यन्त कुमार अपने परिवार के साथ लिफ्ट में सवार होकर पहली मंजिल पर जा रहे थे. लिफ्ट ऊपर ना जा करके माइनस 1 फ्लोर पर जाकर बंद हो गई. जिस पर फंसे हुए लोगों ने बटन दबाकर लिफ्ट को दोबारा से चालू करने की कोशिश की, लेकिन कोई हरकत होती ना देखकर इमरजेंसी नंबर 112 पर कॉल किया गया. लिफ्ट का सायरन भी काम नहीं कर रहा था.
हालांकि, सूचना मिलते ही सोसाइटी के सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए कवायद तेज कर दी. लेकिन वे सफल नहीं हुए. इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई. फायर ब्रिगेड की टीम ने लोहे की रॉड से कड़ी मशक्कत के बाद 1:30 से 2 घंटे में फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला.
बताया जा रहा है कि फंसे हुए लोगों में 2 छोटे बच्चे और एक बुजुर्ग भी शामिल थे. सभी फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने पर लोगों ने राहत की सांस ली. हालांकि, सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल आए. ज्यादा खतरा बच्चों की जान के लिए बताया जा रहा था. अभी इस मामले पर बिल्डर और मेंटेनेंस स्टाफ ने चुप्पी साध रखी है और केवल टेक्निकल फॉल्ट की बात कर रहे हैं.
वहीं, दमकल विभाग के अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि बीती देर रात अल्फ़ा वन स्थित सोसाइटी में लिफ्ट में लोगों के फंसे होने की सूचना मिली थी. जिस पर तुरंत एक्शन लेते हुए फायर ब्रिगेड की टीम को मौके पर रवाना किया गया. कड़ी मशक्कत के बाद लोगों को करीबन 1.30 घण्टे बाद बाहर निकाला गया. हालांकि, इसमें किसी तरीके कोई जनहानि नहीं है. सभी लोग सुरक्षित बाहर निकाल लिया गए.
नई गाड़ी देखने गए थे नीचे
लिफ्ट में फंसे दुष्यंत कुमार और उनकी मां कुसुम ने बताया, उनके जानने वाला नई गाड़ी लेकर आया था जिसको देखने नीचे चले गए. फिर जब वह वापस अपने फर्स्ट फ्लोर के फ्लैट में जाने के लिए ग्राउंड फ्लोर पर लिफ्ट में सवार हुए तो लिफ्ट ऊपर ना जाकर के नीचे चली गई और नीचे स्प्रिंग से अटक गई. सूचना पर मौके पर पहुंचकर इलेक्ट्रिशियन ने काफी लिफ्ट को जलाने की कोशिश की, कोई सुधार नहीं हुआ. इसके बाद इमरजेंसी नंबर 112 पर कॉल करके फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई. फायर ब्रिगेड के कड़ी मशक्कत के बाद हम लोगों को बाहर निकाला जा सका. सभी लोग करीबन डेढ़ घंटे तक लिफ्ट में फंसे रहे.
इस बीच उनके बच्चे काफी रो रहे थे और परेशान थे. यह रेस्क्यू में फायर बिग्रेड ने काफी मेहनत की और बात करें मेंटेनेंस वालों की तो वह अपनी गलती नहीं मान रहे हैं और ना ही बात करने की कोशिश कर रहे हैं. अब उनका परिवार काफी डरा और सहमा हुआ है.