उत्तर प्रदेश के चंदौली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. किसी ने अपने नवजात बच्चे को ऑटो में छोड़ दिया. वहीं, एक किन्नर ने लावारिस नवजात को अपनाने का दावा किया है. किन्नर का कहना है कि वह उसे पढ़ा लिखा कर एक योग्य अफसर बनाएगी. फिलहाल, पुलिस ने इस लावारिस नवजात बच्चे को चाइल्ड लाइन की मदद से शिशु गृह को सौंप दिया है.
दरअसल, दीनदयाल उपाध्याय रेलवे जंक्शन पर राजू नाम का ऑटो चालक ऑटो खड़ा कर चाय पीने चला गया. राजू जब चाय पीकर वापस लौटा, तो उसने देखा कि उसके ऑटो की पिछली सीट पर एक मिठाई का झोला पड़ा हुआ है. उसने जब झोला खोला, तो वह हैरान रह गया. उसमें तौलिए में लिपटा एक मासूम नवजात बच्चा पड़ा था. जैसे ही ऑटो में एक नवजात बच्चे को लावारिस हालत में मिलने की खबर फैली वहां पर भीड़ लग गई.
किन्नर समुदाय के लोग नवजात को लेकर कोतवाली पहुंचे
उधर ऑटो ड्राइवर ने इसकी जानकारी अपने जानने वाले किन्नर समुदाय के लोगों को भी दे दी. किन्नर समुदाय के लोग भी स्टेशन परिसर के आसपास ही मौजूद थे, लिहाजा वह भी तुरंत पहुंच गए. इसके बाद इस नवजात मासूम को लेकर सभी लोग मुगलसराय कोतवाली पहुंचे और नवजात बच्चे को ऑटो में लावारिस हालत में मिलने की सूचना पुलिस को दी.
बच्चे को कानूनी तरीके से अपनाएगी- जोया
इसके बाद पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए इस बच्चे को चाइल्ड लाइन के माध्यम से शिशु गृह को सौंप दिया. लेकिन, जोया नाम की एक किन्नर ने इस नवजात मासूम को अपनाने की बात कही. जोया ने मासूम को अपनाने और इसे पढ़ा लिखा कर ऑफिसर बनाने की जिम्मेदारी ले ली. जोया का कहना था कि वह इस बच्चे को कानूनी तरीके से अपनाएगी और इसे पढ़ा लिखा कर एक योग्य अफसर बनाएगी.
बच्चे को शिशु गृह को सौंपा- पुलिस
मामले में मुगलसराय कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दीनदयाल पांडे ने बताया कि शनिवार आधी रात के करीब कुछ किन्नर समाज के लोग एक नवजात बच्चे को लेकर आए थे. जिसे किसी ने स्टेशन के पास एक ऑटो में लावारिस छोड़ दिया था. इस संदर्भ में आवश्यक कानूनी कार्यवाही करते हुए इस लावारिस नवजात बच्चे को चाइल्ड लाइन की मदद से शिशु गृह को को सौंप दिया है.