चित्रकूट जेल में बंद मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं. निकहत यूं तो कई महीनों से कई बार जेल में अब्बास अंसारी से घंटों मुलाकात कर चुकी थी, लेकिन बीती 3 मुलाकातों के बाद से चित्रकूट जेल में अब्बास अंसारी की मनमानी पर जेल कर्मियों में ही अदावत भी शुरू हो गई थी.
महंगे गिफ्ट और घूस में मोटी रकम के झगड़े के बाद से जेल कर्मियों के बीच में ही मनमुटाव के कारण निकहत और अब्बास के मुलाकात की कहानी लखनऊ के बड़े अफसरों के कानों में पहुंचने लगी थी. बीते शुक्रवार को चित्रकूट जेल में निकहत बानो जैसे ही अब्बास अंसारी से मुलाकात करने पहुंची थी तभी जेल के पीसीओ से एक फोन किया गया.
जेल के पीसीओ से बड़े अफसर को फोन
सूत्रों की माने तो यह फोन पुलिस के एक बड़े अफसर को किया गया. इस फोन के बाद से चित्रकूट के डीएम और एसपी को चित्रकूट जेल में प्राइवेट गाड़ी और सादे कपड़ों में छापेमारी के आदेश दिए गए. चित्रकूट जेल के पीसीओ से इस फोन के बाद से ही विधायक अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी निकहत बानो की मुलाकात में भ्रष्ट जेल कर्मियों की मिलीभगत भी सामने आ गई.
मिली जानकारी के अनुसार, चित्रकूट जेल से पहले भी एक अफसर को फोन कर पूरी जानकारी दी गई थी लेकिन तब निकहत बानो, अब्बास अंसारी से मुलाकात कर जेल से बाहर जा चुकी थी. अगली बार निकहत के जेल पहुंचते ही फोन करने की हिदायत दी गई थी. इसी पर शुक्रवार को जैसे ही निकहत चित्रकूट जेल पहुंची तो सटीक सूचना दी गई.
आखिर कौन था मुखबिर?
इस बार भी बिना लिखा पढ़ी के उसे जेल में प्रवेश करवाया गया. इसके बाद मुखबिर ने खबर दी कि अब्बास अंसारी अपनी बैरक में नहीं है, निकहत और अब्बास अंसारी जेल अधीक्षक के कमरे में मौजूद हैं और बाहर से ताला बंद है. अब सवाल उठता है कि आखिर वह कौन मुखबिर था, जिसने इतनी सटीक सूचना अफसरों को दी.
सूत्रों की माने तो अब्बास अंसारी चित्रकूट जेल में पहुंचते ही जेल कर्मियों को महंगे गिफ्ट और पैसे पहुंचाने लगा था. 18 नवंबर 2022 को जब नैनी जेल से अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल लाया गया, उसके बाद से ही चित्रकूट जेल के कर्मियों को पैसे और गिफ्ट दिए जाने लगे थे.
जेल अफसर को दी गई थी लग्जरी कार
सूत्रों की माने तो चित्रकूट जेल के एक अफसर को तो अब्बास अंसारी की तरफ से एक लग्जरी कार गिफ्ट भी की गई थी. नवंबर महीने में चित्रकूट जेल पहुंचते ही तमाम जेल कर्मियों की कमाई बढ़ गई. अब्बास अंसारी की निकहत से मुलाकात शुरुआती दिनों में चुपचाप तरीके से मनमाने ढंग हो रही थी.
रुआब गांठने लगा था बंदी रक्षक जगमोहन
इस बीच जेल कर्मियों के बीच में ही घूस की रकम को लेकर अदावत बढ़ने लगी, जिस जेल बंदी रक्षक जगमोहन ने डीएम और एसपी की छापेमारी के दौरान अब्बास अंसारी को जेल अधीक्षक के कमरे से निकाला था वो अपने साथियों पर खुद को मुख्तार और अब्बास अंसारी का करीबी होने के नाम पर रुआब गांठने लगा था और दूसरे बंदी रक्षकों की कमाई में भी कटौती कर खुद बड़ा हिस्सा हजम करने लगा था.
अबतक 8 जेलकर्मी सस्पेंड, हो सकते हैं बर्खास्त
यही वजह थी कि बीते तीन मुलाकातों के बाद से अफसरों के कानों में चित्रकूट जेल में चल रहे खेल पहुंचने लगे थे और बीते शुक्रवार को सटीक मुखबिरी के बाद जेल अधीक्षक के कमरे में मुलाकात का खेल पकड़ा गया. चित्रकूट जेल में चल रही अब्बास अंसारी की इस मनमानी में 8 जेल कर्मियों को तो सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन अब विभागीय जांच के बाद इन जेल कर्मियों की बर्खास्तगी करने की भी तैयारी चल रही है.