मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए टिकट न मिलने पर RLD से बीजेपी में आए अभिषेक चौधरी ने पार्टी प्रमुख जयंत चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए. आजतक को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मैं गरीब हूं, इसलिए मेरा टिकट काटकर बाहर से प्रत्याशी को लाया गया है.
उन्होंने बताया कि वह 2015 में आरएलडी से जुड़े. इसके बाद वह लगातार पार्टी के लिए काम करते रहे. उन्होंने बताया कि 2017 में उनको टिकट मिलना था लेकिन नहीं मिला. इसके बाद 2022 का चुनाव आया. इस बार भी हम लोगों को टिकट मिला था लेकिन इस बार जयंत चौधरी ने कह दिया कि पार्टी खड़ी होनी चाहिए और उस बार भी हम को टिकट नहीं दिया गया. आठ महीने बाद उपचुनाव होने जा रहे हैं. इस बार भी एक बाहरी प्रत्याशी को टिकट दे दिया.
उन्होंने कहा कि इस बार भी मेरा टिकट काट बाहरी प्रत्याशी को दे दिया गया क्योंकि मैं गरीब हूं. यही वजह है कि मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर दिया. उन्होंने कहा कि जयंत चौधरी ऐसे लोगों को टिकट देते है, जिनका राजनीतिक इतिहास है, जिनके परिवार में कोई विधायक-सांसद रहे हों. मेरे परिवार में कोई राजनीति में नहीं रहा है.
बड़े नाम, बड़े पैसे वाले टिकट देती है RLD
अभिषेक चौधरी ने कहा कि खतौली विधानसभा में 359 बूथ हैं. हम लगातार जनता के बीच रहते हैं. उन्होंने दावा किया कि जनता बाहरी प्रत्याशी को पसंद नहीं करेगी.
बीजेपी नेता ने आरएलडी प्रत्याशी मदन भैया को लेकर कहा कि 2022 में जब इन्होंने लोनी से चुनाव लड़ा तब हम इनकी चुनाव में लड़ाई में शामिल नहीं हुए था क्योंकि ये तो बदमाश हैं. उन्होंने कहा कि आरएलडी में घुटन होती थी अब हम और मेरे कार्यकर्ता मजबूत होंगे और मुझे विधायक बनाने में मदद करेंगे.
बीजेपी ने आम आदमी को विधायक-सांसद बनाया है. संजीव बालियान, विक्रम सिंह सैनी हों या प्रमोद ऊंटवाल, इस तरह के लोगों को विधायक बनाया है.
आरएलडी में मुझे कभी सम्मान नहीं मिला
अभिषेक चौधरी ने कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से मेरी जब बात हुई तो मैंने उनसे कहा- मुझे कुछ और नहीं चाहिए, मुझे सिर्फ सम्मान चाहिए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल में मुझे कभी सम्मान नहीं मिला. लोग अब मुझे अब बागी कह रहे हैं लेकिन मैं बागी नहीं हूं.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पिपलोदा की रैली में प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया. मुझसे इस बारे में बात तक नहीं की. इसी के बाद मैंने पार्टी छोड़ने का मन बना लिया था. उन्होंने कहा कि अपना आत्मसम्मान और अस्तित्व बचाने के लिए मुझे बीजेपी ज्वॉइन करनी पड़ी.
खतौली सीट को जातीय समीकरण पर बाते करते हुए उन्होंने कहा कि गुर्जर यहां पहली बार नहीं लड़ रहा है. 2014 में सपा से चुनाव लड़े लेकिन पूरा गुर्जर समाज बीजेपी के साथ गया. 2017 में मेरे समाज के चंदन चौहान गुर्जर समाज के हार गए थे. 2022 में यही सही गुर्जर जाति के करतार सिंह बढ़ाना चुनाव लड़ रहे थे, बीजेपी को गुर्जर समाज और लेडी वोट देता आया है.
रात 10 बजे बीजेपी में हुए थे शामिल
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने 15 नवंबर की रात 10 बजे अपने आवास पर अभिषेक चौधरी को बीजेपी की सदस्यता दिलाई थी. इस सीट पर उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को वोटिंग होगी, 8 दिसंबर को रिजल्ट जारी किया जाएगा.