महाराष्ट्र में हजारों लोगों से 300 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार किया है. आरोपी साधु के वेश में मथुरा में छुपकर रह रहा था. पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि वो अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए साधु के वेश में यहां छुपा हुआ था.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि बबन विश्वनाथ शिंदे को वृन्दावन और बीड जिला पुलिस के संयुक्त अभियान में कृष्ण बलराम मंदिर के पास से पकड़ा गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिंदे लगभग 300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के कई मामले में वांछित था.
पुलिस उपाधीक्षक संदीप कुमार सिंह ने कहा कि सैकड़ों लोगों को ठगने वाला शिंदे, एक साधु के रूप में दिल्ली, असम, नेपाल और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छिपकर रहता था ताकि उसे पुलिस पकड़ न सके. अधिकारी ने कहा कि, 'अंततः वह वृन्दावन में छिपा हुआ पाया गया.'
आरोपी की गिरफ्तारी मंगलवार देर रात की गई और शिंदे को अगले दिन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष अदालत में पेश किया गया. अधिकारियों के अनुसार, महाराष्ट्र के बीड जिले से अपराध शाखा की एक टीम ने मथुरा अदालत से ट्रांजिट रिमांड प्राप्त करने के बाद उसे गिरफ्त में लिया है.
बीड जिले के एसएसपी अविनाश बारगल द्वारा गठित विशेष जांच दल के सदस्य सब इंस्पेक्टर एसएस मुर्कुटे के अनुसार, शिंदे ने लोगों को उनकी जमा राशि पर उच्च ब्याज देने का वादा करके लालच दिया, और उन्हें राज्य की सहकारी बैंक की चार शाखाओं में अपना पैसा निवेश करने के लिए राजी किया था.
मुर्कुटे ने कहा, "आरोपी द्वारा की गई कुल धोखाधड़ी में चोरी के पैसों से खरीदी गई संपत्तियां भी शामिल हैं.' मुर्कुटे ने बताया कि धोखाधड़ी के मामले में आरोपी ने 2,000 से अधिक लोगों के जीवन को बर्बाद किया था.