देवरिया हत्याकांड मामले में प्रशासन ने लॉ एंड ऑर्डर के मद्देनजर 11 लाइसेंसी असलहों को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, मृतक पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की राइफल के लाइसेंस को निरस्त कर दिया गया है. यह कार्रवाई SP की रिपोर्ट के आधार पर DM द्वारा की गई है. अब पुलिस इन सभी असलहों को जमा कराने की कवायद में जुट गई है. अभी तक करीब 8 असलहों को जमा करा लिया गया है.
आरोप है कि प्रेमचंद यादव की राइफल से ही उसके ड्राइवर नवनाथ मिश्रा ने सत्य प्रकाश दुबे के परिवार पर गोली चलाई थी. उसने तीन से चार राउंड फायर किया था. फिलहाल, पुलिस ने नवनाथ को अरेस्ट कर लिया है. उसके पास से राइफल भी बरामद भी कर ली गई है. इस राइफल का लाइसेंस प्रेमचंद के नाम पर था, जिसे अब निरस्त कर दिया गया है.
2 अक्टूबर को जमीनी विवाद में हुआ था नरसंहार
गौरतलब है कि देवरिया के फतेहपुर गांव में बीते 2 अक्टूबर को जमीनी विवाद के चलते पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी गई थी. जिसके प्रतिशोध में सत्यप्रकाश दुबे समेत उनके परिवार के चार सदस्यों की गोली मारकर व धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई थी.
इस हत्याकांड में मृतक सत्यप्रकाश दुबे की बेटी शोभिता की तहरीर पर रुद्रपुर कोतवाली पुलिस ने 27 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करते हुए कुल 21 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, दूसरी तरफ मृतक प्रेमचंद यादव के तरफ से जो तहरीर पड़ी उसमें पांच लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था. जिसमें दुबे परिवार के सभी अभियुक्त उस वारदात के दौरान सामूहिक नरसंहार में मारे गए थे.
गांव में धारा 144 लागू
वारदात के बाद से ही गांव और आसपास के इलाकों में तनाव का माहौल है. सियासत भी हो रही है. बीते दिनों अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव श्रीवास्तव द्वारा फतेहपुर गांव में धारा 144 लागू की गई थी. जो 8 नवंबर तक प्रभावी रहेगी. साथ ही गांव में भारी पुलिस बल की मौजूदगी है.
इन सबके बीच रुद्रपुर कोतवाली पुलिस गांव में लाइसेंसी असलहा रखने वालों की सूची बनाने में जुट गई थी. इसमें तीन लाइसेंस वारदात के बाद ही सस्पेंड कर दिए गए थे, जिसमें गेंदालाल यादव व जेल में बंद अनिरुद्ध यादव की बंदूक और अभय यादव की पिस्टल शामिल है. इसके बाद SP संकल्प शर्मा ने 9 अन्य लोगों की सूची असलहा के निलंबन के लिए जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह को भेजी थी. इस रिपोर्ट के आधार पर अब बाकी लोगों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं.
किनके-किनके लाइसेंस निरस्त/सस्पेंड हुए?
फतेहपुर निवासी मृतक प्रेमचंद यादव की राइफल का लाइसेंस निरस्त किया गया है. वहीं, उमेश यादव व कन्हैया की बंदूक, निशांत सिंह की राइफल, राम नगीना सिंह की बंदूक, चंद्रप्रकाश यादव की दो नाली बंदूक, वीरेंद्र कुमार निषाद की राइफल, कमलेश कुमार की पिस्टल और शारदा यादव की बंदूक का लाइसेंस निलंबित/सस्पेंड कर दिया गया है.
अब तक गांव के 12 असलहा लाइसेंस वालों के विरुद्ध यह कार्रवाई की गई है. गांव में सामूहिक हत्याकांड के बाद तनाव के माहौल को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने यह कार्रवाई की है. इसमें कुछ नाम ऐसे है जिनके विरुद्ध इस हत्याकांड में केस दर्ज है. रुद्रपुर कोतवाली पुलिस द्वारा अभी तक कुल 17 लाइसेंसी असलहा रखने वालों की सूची जिला प्रशासन को भेजी गई है. जिनमें 11 पर एक्शन हुआ है.