
यूपी के बरेली में मोहर्रम के जुलूस के दौरान मारपीट, तोड़फोड़ और पत्थरबाजी करने वालों पर पुलिस-प्रशासन तगड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है. पुलिस अबतक 35 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. साथ ही एक धार्मिक स्थल समेत 16 ऐसे निर्माण चिन्हित किए हैं जो अवैध रूप से ग्राम समाज की जमीन पर बनाए गए हैं. ऐसे में जल्द ही प्रशासन इन अवैध निर्माण पर बुलडोजर की कार्रवाई कर सकता है. इसको लेकर इलाके में हलचल तेज हो गई है.
बता दें कि बरेली के थाना शाही के गौसगंज में 17 जुलाई को मोहर्रम के जुलूस के दौरान बवाल हो गया था. जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने एक मंदिर के सामने ढोल बजाने शुरू कर दिए थे. इसको लेकर दो पक्षों में कहासुनी हुई. फिर कहासुनी मारपीट में बदल गई और पत्थरबाजी होने लगी. सड़क से आसपास के घरों पर जमकर पत्थर फेंके गए, जिसमें कई लोग चोटिल हो गए. इस घटना से क्षेत्र का माहौल बिगड़ गया. पुलिस के हाथ-पांव फूल गए. हालात काबू करने के लिए कई थानों की फोर्स बुलानी पड़ी.
बरेली पुलिस तभी से उपद्रवियों की तलाश में जुटी थी. बीती रात पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी समेत दो को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया. अबतक कुल 35 उपद्रवी पकड़े जा चुके हैं. दरअसल, पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की आरोपी क्षेत्र से फरार होने वाले हैं ऐसे में घेराबंदी करके पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया. पुलिस के रोकने पर आरोपियों ने पुलिस पर फायर कर दिया.
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैर में गोली लग गई. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक आरोपी का नाम आलमगीर है जबकि दूसरे का नाम नजाकत अली है. फिलहाल, बाकी आरोपियों की पहचान करके उन्हें भी चिन्हित किया जा रहा है.
घटना के बारे में जानकारी देते हुए एसपी दक्षिणी मानुष पारीक ने बताया कि मामले में अभी तक दो मुकदमे लिखे जा चुके हैं. सुसंगत धाराओं में उपद्रवी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जा रही है. अभी तक 35 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है. बीती रात दो उपद्रवियों के बारे में गोपनीय सूचना मिली थी, चेकिंग बैरियर पर उनको रोका गया. रोकने पर उनके द्वारा पुलिस पार्टी पर फायर किया गया. जवाबी और आत्मरक्षक कार्रवाई में उनके पैर में गोली लगी. दोनों ही नामजद थे. पूरे प्रकरण में विधिक कार्रवाई प्रचलित है.