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सपा को एक और बड़ा झटका! पहले दारा सिंह चौहान का इस्तीफा, अब बीजेपी से गठबंधन कर सकते हैं ओपी राजभर

2022 का यूपी विधानसभा चुनाव ओम प्रकाश राजभर, समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़े थे. उनकी पार्टी सुभासपा 17 सीटों पर उतरी थी, जिसमें से 6 सीटें जीती हैं. 2022 में योगी सरकार की वापसी के बाद से ही ओम प्रकाश राजभर, सपा मुखिया अखिलेश यादव पर हमलावर हैं.

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सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओपी राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओपी राजभर

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में समाजवादी पार्टी को एक के बाद एक झटके लगते नजर आ रहे हैं. कारण, पहले विधायक दारा सिंह चौहान ने शनिवार को सपा से इस्तीफा दे दिया तो वहीं अब सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर का भी बीजेपी के साथ जाना तय माना जा रहा है. दरअसल, चर्चा है कि ओपी राजभर ने BJP के बड़े नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की है, जहां कई मुद्दों पर चर्चा हुई है.

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सूत्रों के मुताबिक गाजीपुर सीट से ओपी राजभर के बेटे अरुण राजभर सुभासपा के टिकट पर उप चुनाव लड़ेंगे. यहां बीजेपी उन्हें समर्थन दे सकती है. वहीं ओपी राजभर के भी यूपी सरकार में मंत्री बनने की चर्चा है. बताया जा रहा है कि ओपी राजभर कल रविवार को लखनऊ में बीजेपी के साथ जाने का आधिकारिक ऐलान कर सकते हैं.

कौन हैं ओपी राजभर?

बता दें कि ओपी राजभर यानी ओमप्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष हैं. वे उत्तर प्रदेश के जहूराबाद (Zahoorabad) निर्वाचन क्षेत्र से 17वीं विधानसभा के सदस्य हैं. वे  2017 से जहूराबाद से विधायक हैं. 19 मार्च 2017 को वह पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और विकलांग जन विकास विभाग के मंत्री के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री बनें लेकिन 20 मई 2019 को, राजभर को गठबंधन विरोधी गतिविधियों के कारण मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया था. इसके बाद 2022 में उन्होंने सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था.

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अखिलेश यादव पर हमलावर हैं राजभर 

2022 का यूपी विधानसभा चुनाव ओम प्रकाश राजभर, समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़े थे. उनकी पार्टी सुभासपा 17 सीटों पर उतरी थी, जिसमें से 6 सीटें जीती हैं. 2022 में योगी सरकार की वापसी के बाद से ही ओम प्रकाश राजभर, सपा मुखिया अखिलेश यादव पर हमलावर हैं. ओम प्रकाश राजभर ने कहा था कि अखिलेश यादव अपने नवरत्नों से घिरे रहते हैं, अखिलेश यादव का एसी से बाहर नहीं निकलना आजमगढ़ उपचुनाव में हार का सबसे बड़ा कारण था. 

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