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असद के बाद अब अशरफ के साले पर कस रहा शिकंजा, इनाम हुआ घोषित, तलाश में जुटी STF

सद्दाम पर उमेश पाल हत्याकांड में शामिल आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप है. उमेश पाल हत्याकांड की जांच में यह बात सामने आई कि बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ अहमद ने अपने साले सद्दाम के माध्यम से स्थानीय स्तर पर पूरा नेटवर्क खड़ा किया था.

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अतीक अहमद का बेटा असद और अशरफ का साला सद्दाम
अतीक अहमद का बेटा असद और अशरफ का साला सद्दाम

अतीक अहमद के बेटे असद व शूटर गुलाम के एनकाउंटर के बाद अब बरेली में अशरफ के साले सद्दाम अहमद पर भी शिकंजा कसता नजर आ रहा है. बरेली के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने सद्दाम पर 25000 का इनाम घोषित कर दिया है. वहीं उसकी तलाश के लिए बरेली व प्रदेश के अन्य जनपदों की पुलिस टीम और एसटीएफ जगह-जगह छापेमारी कर रही है. आरोपी सद्दाम की फोटो को भी पुलिस की ओर से साझा किया गया है. सद्दाम के खिलाफ थाना बिथरीचैनपुर में  षड्यंत्र रचने, साक्ष्य मिटाने जैसी संगीन धाराओं में मुकदमा लिखा गया है. उस पर आरोप है कि उसने शूटरों को अशरफ से मिलवाया. 

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बता दें कि सद्दाम पर उमेश पाल हत्याकांड में शामिल आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप है. उमेश पाल हत्याकांड की जांच में यह बात सामने आई कि बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ अहमद ने अपने साले सद्दाम के माध्यम से स्थानीय स्तर पर पूरा नेटवर्क खड़ा किया था. पुराना शहर चक महमूद मोहल्ले में रहने वाले लल्ला गद्दी,सद्दाम का मुख्य गुर्गा था. इसके बाद इसने जेल में भी एक बड़ा नेटवर्क बनाया.

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11 फरवरी को जेल में शूटरो को मिलवाया था

सद्दाम ने जब जेल में अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया तो उसका सहयोगी  लल्ला गद्दी और सद्दाम की मदद से अशरफ, जिससे चाहता उससे आसानी से मुलाकात करता था. साथ ही जेल में बैठे-बैठे अपने कारनामों को अंजाम तक पहुंचा था. बताया यह भी जा रहा है कि 11 फरवरी को भी जेल में शूटरों से मुलाकात का पूरा ताना-बाना सद्दाम ने बुना था.

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पुलिस ने थाना बिथरी चैनपुर में सद्दाम और लल्ला गद्दी, कैंटीन संचालक दयाराम उर्फ नन्हे, जेल वार्डन शिव हरी अवस्थी, जेल अधिकारी, कर्मचारी व अन्य साथी के खिलाफ केस दर्ज कराया था. अशरफ अहमद सद्दाम, लल्ला गद्दी पर षड्यंत्र रचने, साक्ष्य मिटाने जैसे कई संगीन मामला दर्ज किया. 

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लल्ला गद्दी पहले ही कर चुका है सरेंडर

लल्ला गद्दी ने बीते महीने ही बरेली पुलिस के सामने देर रात सरेंडर कर दिया था. उसको अंदाजा हो चुका था कि पुलिस कभी भी उसका एनकाउंटर कर सकती है. इस संबंध में एक 6 सेकंड का सोशल मीडिया पर वीडियो ही वायरल हुआ था. जिसमें साफ दिखाई दे रहा था कि उसने पुलिस को सूचना देकर खुद को सरेंडर किया है. वहीं अब सद्दाम की तलाश के लिए पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है.

गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक और अशरफ से जुड़े राज लगातार बाहर आ रहे हैं. जेल के अंदर से उनके रसूख, दबाब और लालच में जेल अधिकारियो की कमजोर पड़ती कानूनी पकड़ अब पुलिस और एसटीएफ की नजर में आ चुकी है. अशरफ मामले में अब तक 8 लोग गिरफ्तार हुए हैं. जिनमें दो लोग जेल के सिपाही थे. अब एंट्री रजिस्टर और सीसीटीवी फूटेज से पता चला है कि करीब 45 लोग जेल में अशरफ से मिलने आए थे. जिन्होंने अपने आधार कार्ड लगाये हैं. जिसमें 28 लोग प्रयागराज (इलाहाबाद) के, 9 से 10 बरेली के और 3 लोग पीलीभीत के शामिल हैं. 

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