उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह की गिरफ़्तारी पर बड़ा बयान दिया है. संजय निषाद ने कहा कि जिस तरह से 'अयोध्या, मथुरा, के बाद काशी की बारी है...' कहा जाता है उसी तरह मनीष सिसोदिया, संजय सिंह के बाद अब अरविंद केजरीवाल की बारी है. संजय निषाद के मुताबिक, निश्चित रूप से आज नहीं तो कल केजरीवाल के यहां भी कार्रवाई होगी.
निषाद पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के मंत्री संजय निषाद ने आगे कहा- जब इस देश के कानून के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री तक जेल जा सकते हैं तो मुख्यमंत्री की क्या बिसात है. देखिएगा अरविंद केजरीवाल की बारी भी आएगी. हमने देश की जनता से वादा किया है कि उनके पैसों की रक्षा करेंगे. जो भ्रष्टाचार करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. इसलिए जनता हमारे साथ है.
संजय निषाद यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा- अगर कोई लड़का गड़बड़ निकल जाए तो उसको मारपीट कर ठीक किया जाता है. लेकिन अगर कोई साधु-महात्मा फंस जाए तो उसकी बड़ी सजा मिलती है. क्योंकि जो ईमानदारी का चोला पहनकर कहता है कि मैं बहुत ईमानदार हूं और वही जब गड़बड़ी करे तो फिर उसे सजा तो बड़ी ही मिलेगी ना.
बकौल संजय निषाद- आम आदमी के नाम पर पार्टी बनाकर ऐसे गलत करना लोगों के साथ धोखा है. वैसे भी कानून हमारी सरकार ने तो बनाया नहीं है, पहले से बना है. कानून अपना काम करेगा. दूध के धुले होंगे तो न्यायालय अपने आप बरी कर देगा. तब तक तो उनको राजनीति नहीं करनी चाहिए.
बिहार की जातिगत जनगणना पर कही ये बात
बिहार की जातिगत जनगणना पर संजय निषाद ने कहा- मैं पहला नेता हूं जो जातिगत जनगणना के लिए गोली खाया, जेल गया. संवैधानिक ढंग से हुई जनगणना में हमारे लोगों को अनुसूचित जाति की सुरक्षा मिली थी. इन लोगों ने हमारा अधिकार छीन लिया. हमारी उपजातियां को पिछड़ी में डाल दिया. हमें जो संवैधानिक अधिकार मिला था उसको इन लोगों ने छीन लिया. यह छीनने वाले लोग हैं.
यादव की जनगणना सही से नहीं हुई: संजय निषाद
संजय निषाद ने कहा कि इसको लेकर हम एक पर्दाफाश आंदोलन चलाने जा रहे हैं. हम अपने लोगों को बताएंगे कैसे हमारा हिस्सा लूटा जा रहा है. जब हम अनुसूचित जाति में रहेंगे तो हमारी जमीन नहीं लिखा पाएंगे. लोकसभा, विधानसभा में आराम से चले जाएंगे. इसलिए हमारा नाम ओबीसी (पिछड़ी जाति) में डाल दिया गया. उनके अधिकारी और कर्मचारी एक गांव में जाकर अपनी जाति के लोगों का नाम बढ़ा दे रहे हैं. जो पौव्वा भर यादव हैं उनको झौआ भर बता रहे हैं. और जो झौआ भर निषाद हैं उनको दशमलव में बता रहे हैं. अब वह कहेंगे कि यादव और कुर्मी के पास वोट है वही जीत पाएगा. इस तरह हमारे हकों को मारा जा रहा है.