scorecardresearch
 

आगरा में नकली दवाओं की फैक्ट्री का भंडाफोड़, मैनेजर सहित कई गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस और ड्रग विभाग ने नकली दवा बनाने वाली दो फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया है. पकड़ी गई दवाओं की कीमत करोड़ों की बताई जा रही है. हालांकि, कीमत के सही आकलन के लिए रिपोर्ट बनाई जा रही है.

Advertisement
X
नकली दवाओं की फैक्ट्री में मौजूद पुलिस और ड्रग विभाग की टीम
नकली दवाओं की फैक्ट्री में मौजूद पुलिस और ड्रग विभाग की टीम

उत्तर प्रदेश के आगरा में नकली दवा बनाने वाली दो फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हुआ है. ये नकली दवाएं पशुओं की बीमारी को सही करने के नाम पर देश के अलग-अलग राज्यों में खापाई जा रही थी. ड्रग और पुलिस विभाग ने सयुंक्त छापेमार कार्रवाई कर करोड़ों रुपये का नकली दवा बनाने का सामान बरामद किया है. छापेमारी के दौरान फैक्ट्री संचालक सौरभ दुबे, अश्वनी गुप्ता सहित प्रोडक्शन मैनेजर और मजदूर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

Advertisement

नकली दवा बनाने की दोनों फैक्ट्रियां शास्त्रीपुरम इलाके में गुपचुप तरीके से चलाई जा रही थी. शास्त्रीपुरम थाना सिकंदरा की सीमा में है.ड्रग विभाग छापेमारी के दौरान बरामद नकली दवाओं के जखीरे की रिपोर्ट बना रहा है. इसके बाद ही यह पता लग पाएगा कि इसकी कीमत कितने करोड़ है.

यह भी पढ़ें: बाजार में खपा दीं 80 करोड़ की नकली दवाएं... आगरा में चल रही थी फैक्ट्री, मौके पर मिला 8 करोड़ का स्टॉक

मिली जानकारी के मुताबिक इन फैक्ट्री में बनने वाली दवाएं गुजरात, मुंबई, एटा, कानपुर, अलीगढ, जयपुर और पंजाब में खापाई जा रही थी. दवाओं के लिए रॉ सामग्री मुंबई और दिल्ली से लाया जाता था. दोनों फैक्ट्रियों का लाइसेंस नहीं था. सूत्रों का कहना है कि आरोपियों ने उत्तराखंड के तासीपुर रुड़की और काशीपुर में लोन का लाइसेंस लिया था. लेकिन उत्तर प्रदेश में दवा बनाने का कोई भी लाइसेंस नहीं था.

Advertisement

ड्रग विभाग ने एक दर्जन से अधिक नमूने जांच के लिए लैब भेज दिए हैं. पुलिस उपायुक्त नगर सूरज कुमार राय ने बताया कि भारी मात्रा में यहां दवाओं का प्रोडक्शन किया जा रहा था. ड्रग विभाग को सूचना दे दी गई है. विभाग रिपोर्ट बना रहा है, जिसके बाद कुल रकम की जानकारी हो पायेगी. मामले में कुछ मजदूर, प्रोडक्शन मैनेजर और दोनों संचालकों को हिरासत में ले लिया गया है. 

डीसीपी सिटी, आगरा सूरज कुमार राय ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि ये किन-किन कंपनियों में दवाएं सप्लाई करते थे. 

Live TV

Advertisement
Advertisement