देश के अधिकतर हिस्सों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं. मैदानी से पहाड़ी राज्यों तक बारिश के चलते बाढ़ और लैंडस्लाइड की खबरें सामने आ रही हैं. देश की राजधानी दिल्ली में यमुना का रौद्र रूप देखने को मिला तो वहीं, यूपी के कई शहरों में भी बाढ़ के हालात हैं. ताजनगरी आगरा में भी यमुना खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. ताजमहल की 2 फीट तक की दीवारें यमुना के पानी में डूब गई हैं.
आगरा में आज (मंगलवार) सुबह यमुना नदी का जलस्तर 497.30 फीट तक पहुंच गया है, जो मीडियम फ्लड लेवल से महज 2 फ़ीट नीचे है. ताजमहल के पीछे बने ताज व्यू पॉइंट पर भी यमुना नदी का पानी पहुंच गया है. ताज व्यू पॉइंट में पानी के पहुंचने के बाद व्यू पॉइंट को आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है. साथ ही, ताज महल के पीछे महताब बाग के पास में बनी ताज सुरक्षा पुलिस चौकी में भी यमुना नदी का पानी भर गया है. यमुना का पानी चौकी में पहुंचने के बाद वहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी अपने-अपने सामान को लेकर पास में बनीं अस्थाई चौकी पर जा रहे हैं.
13 साल बाद इतना पहुंचा यमुना का जलस्तर
स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुना का जलस्तर आज से 13 साल पहले इतना देखा गया था, लेकिन इस बार यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है. यमुना का बढ़ता जलस्तर लोगों को डराने लगा है. अगर इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा तो यमुना के पास बने दो दर्जन से अधिक गांव इसकी आगोश में आ जाएंगे. यमुना नदी का जलस्तर हर घंटे के साथ बढ़ रहा है. यमुना नदी का जलस्तर लो फ्लड लेवल को पार चुका है.
दशहरा घाट पानी में डूबा
यमुना नदी का पानी ताजमहल की दीवार तक पहुंच गया है. ताजमहल के पास बना दशहरा घाट पानी में डूब चुका है. ताजमहल दशहरा घाट के किनारे पर बांस बलियां लगा दी गई हैं. पुलिस ने लोगों को घाट के किनारे जाने से रोक दिया है. यमुना किनारे बने प्राचीन कैलाश मंदिर के अंदर भी यमुना का पानी प्रवेश कर गया है. यमुना किनारे बनी 28 कॉलोनियों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. यमुना नदी का हाई फ्लड लेवल 508 फीट पर है.
यमुना नदी का पानी रिहायशी कॉलोनियों तक पहुंचा
लगातार बढ़ रहे यमुना नदी के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. यमुना किनारे बसी कॉलोनियों में प्रशासन ने मुनादी करा दी है. यमुना नदी का पानी रिहायशी कॉलोनियों तक पहुंच गया है. यमुना किनारे बनी तनिष्क राजश्री अपार्टमेंट कॉलोनी में भी प्रशासन ने नोटिस चस्पा किया है. लोगों से सावधान रहने की अपील की है. यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से यमुना किनारे रहने वाले परिवारों को पलायन का डर सता रहा है. ओखला बैराज से आज 92035 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जबकि गोकुल बैराज से यमुना नदी में 148063 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया है.