यूपी के आगरा में एक ट्रेनी महिला दारोगा को रात में फोन करके अश्लील बातें करने वाले थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा सीनियर सब इंस्पेक्टर (SSI) पर भी गाज गिरी है. पीड़िता ने कमिश्नर से शिकायत की थी. जांच में प्रथम दृष्टया मामला सही पाया गया. जिसके बाद निलंबन की कार्रवाई की गई. फिलहाल, मामला महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है.
दरअसल, बीते दिनों एतमादुद्दौला थाना प्रभारी दुर्गेश कुमार मिश्र पर ट्रेनी महिला दारोगा ने गंभीर आरोप लगाए थे. आगरा के पुलिस कमिश्नर को लिखे शिकायती पत्र में महिला दारोगा ने कहा था कि थाना प्रभारी उस पर गलत नीयत रखता है. रात में फोन कर अश्लील बातें करता है. विरोध करने पर धमकी भी देता है.
जिसके बाद मामले की जांच करवाई गई तो प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए. जिसपर थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश मिश्रा और वरिष्ठ उप निरीक्षक अमित प्रसाद को निलंबित कर दिया. इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने थाने में तैनात एक ट्रेनी महिला दारोगा से अश्लील हरकत की, उसे धमकाया और रात में अपने कमरे पर बुलाने के लिए अनावश्यक दबाव बनाया.
महिला दारोगा ने पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ के ऑफिस में जाकर आपबीती सुनाई. गौड़ ने मामले की जांच डिप्टी कमिश्नर सूरज कुमार को भेज दी. सूरज कुमार ने एसीपी एत्मादपुर से जांच कराई. जांच में प्रथम दृष्टया ट्रेनी महिला दारोगा ने जो आरोप इंस्पेक्टर पर लगाए थे वह सही पाए गए.
जांच रिपोर्ट एडीसीपी सिटी के पास आने के बाद इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्रा और SSI अमित प्रसाद पर सीधी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया. अनुसूचित वर्ग की ट्रेनी महिला दरोगा अविवाहित है. उसने मार्च 2024 में ही थाने में आमद कराई थी. थाने में आमद के बाद से ही महिला दारोगा खुद को असुरक्षित महसूस कर रही थी.
वह इंस्पेक्टर के व्यवहार से लगातार आहत हो रही थी, जिसके कारण उसे पुलिस कमिश्नर से सीधी शिकायत करनी पड़ी. महिला दारोगा की गुहार पर उसको स्थानांतरित कर हरी पर्वत सर्कल भेज दिया गया है. वहीं, इंस्पेक्टर और एसएसआई को सस्पेंड करने के बाद उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी कर दिए गए हैं.