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IIT और BHU के बीच में नहीं खड़ी होगी दीवार, आधी रात को छात्रा से छेड़छाड़ पर हुआ था बवाल

आईआईटी बीएचयू में बीते बुधवार को देर रात एक छात्रा से छेडछाड़ के बाद बाउंड्री वॉल बनाने का फैसला लिया गया था लेकिन मीटिंग के बाद बीएचयू और आईआईटी बीएचयू के बीच बाउंड्री नहीं बनाने पर सहमति बन गई. हालांकि मीटिंग में अन्य सुरक्षा उपायों को और मजबूत बनाने पर कई फैसले किए गए हैं.

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 IIT BHU और BHU कैंपस के बीच नहीं बनेगी बाउंड्री वॉल
IIT BHU और BHU कैंपस के बीच नहीं बनेगी बाउंड्री वॉल

IIT BHU में बीते बुधवार की रात को छात्रा से छेड़छाड़ की वारदात के बाद छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए कैंपस को सुरक्षित बनाने की मांग की थी. इस दौरान बीएचयू और आईआईटी बीएचयू कैंपस के बीच दीवार बनाने का फैसला लिया था लेकिन विवाद होने के बाद बाउंड्री नहीं बनाने का फैसला लिया गया है. दोनों पक्षों ने सहमति से ये फैसला किया है. 

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बीएचयू और आईआईटी-बीएचयू की उच्च स्तरीय बैठक में छात्र सुरक्षा के विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई जिसमें कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु जताई गई प्रतिबद्धता, वृहद निगरानी, सीसीटीवी, रास्तों पर प्रकाश व्यवस्था समेत त्वरित और प्रभावी कदम उठाने का निर्णय लिया गया है.

छात्र सुरक्षा के विषय पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बीएचयू) प्रशासन ने एक संयुक्त बैठक कर विस्तृत चर्चा की. तीन घंटे से अधिक चली इस बैठक में दोनों संस्थानों ने विश्वविद्यालय परिसर में समन्वित ढंग से सुरक्षा बढ़ाने और शांतिपूर्ण-सुरक्षित परिसर के लिए सभी प्रयासों और संसाधनों को लगाने की प्रतिबद्धता जताई.

छात्रों की सुरक्षा का रखा जाएगा ध्यान: बीएचयू

बीएचयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन और आईआईटी बीएचयू के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन की उपस्थिति में हुई उच्च स्तरीय बैठक में दोनों संस्थानों के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे. 

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इस बैठक के दौरान उपस्थित सदस्यों ने एकमत से सहमति जताई की बाउंडरी वॉल से आईआईटी-बीएचयू की सुरक्षा संबंधी चिंताओं का समाधान संभव नहीं है. उन्होंने आईआईटी परिसर की बाउंडरी वॉल के निर्माण की चुनौतियों पर भी चर्चा की. 

इस वजह से नहीं बनेगी दीवार

सदस्यों ने सहमति जताई कि वर्तमान में अनेक संकाय, इकाइयां और सेवाएं जैसे चिकित्सालय, सीवेज व्यवस्था, बिजली और जल आपूर्ति, पोस्ट ऑफिस, परिसर की सड़कें आदि साझा रूप से प्रयोग में लाई जाती हैं. ऐसे में परिसर को विभाजित करना और दीवार बनाना तर्कसंगत नहीं है. दोनों संस्थानों ने पूरे परिसर में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु के लिए सभी उपाय करने की प्रतिबद्धता दोहराई.

इस मीटिंग में तय किया गया कि दोनों संस्थानों के कैंपस में सीसीटीवी निगरानी में तेजी लायी जाएगी. इसके लिए वाराणसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड से मदद ली जाएगी. वाराणसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड इस संबंध में परिसर का सर्वे भी कर चुका है.

कैंपस की सुरक्षा को किया जाएगा मजबूत

इसके अलावा कैंपस के रास्तों पर बेहतर लाइट की व्यवस्था की जाएगी. इस काम की शुरुआत भी की जा चुकी है. अगले दो दिन के भीतर परिसर स्थित मार्गों पर भरपूर प्रकाश की व्यवस्था हो जाएगी. 

कैंपस में सुरक्षा चेक पोस्ट को और मज़बूत किया जा रहा है. साथ ही साथ यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन हो. परिसर के सभी सातों द्वारों पर रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कड़ी निगरानी और सुरक्षा रखी जाएगी जिससे असामाजिक तत्वों का बीएचयू परिसर में प्रवेश रोका जा सके. और भी कई उपाय दोनों संस्थानों की तरफ से किए जा रहे हैं.

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बता दें कि बीते बुधवार को आईआईटी बीएचयू कैंपस में तीन मंचलों ने घुस कर नाइट वॉक कर रही एक छात्रा से छेड़छात्र की थी. उसके कपड़े उतरवा कर वीडियो बनाया था और जबरन किस कर लिया था. इसके बाद छात्रों ने सुरक्षा को लेकर खूब बवाल किया था.

 

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