समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश के शेयर बाजार में आई गिरावट के लिए विदेशी निवेशकों के धन निकालने को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशकों का पैसा निकालना यह दिखाता है कि उन्हें भारत की अर्थव्यवस्था पर भरोसा नहीं रह गया है.
सोशल मीडिया पर सरकार पर साधा निशाना
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर लिखा, अगर लगातार गिरता शेयर बाजार विदेशी निवेशकों द्वारा पैसा निकालने के कारण है, तो इसका मतलब है कि उन्हें अब भारत की अर्थव्यवस्था पर भरोसा नहीं रहा.'
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार की ओर से निवेश आकर्षित करने के लिए किए जा रहे खर्च को बेकार और व्यर्थ बताया. उन्होंने कहा कि स्थानीय उद्योग और उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अखिलेश यादव ने दावा किया कि जनता की क्रय शक्ति (खर्च करने की क्षमता) कम हो गई है, जिससे आंतरिक मांग में गिरावट आई है और इसका असर कंपनियों के मुनाफे पर भी पड़ा है.
बीजेपी पर कंपनियों से चंदा वसूलने का आरोप
उन्होंने बीजेपी सरकार पर कंपनियों पर राजनीतिक चंदा देने का दबाव बनाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह "उगाही" भारतीय बाजार को कमजोर कर रही है और स्टॉक की कीमतों पर नकारात्मक असर डाल रही है.
अखिलेश ने लिखा, 'देश के शेयर बाजार के लगातार गिरने का कारण यदि विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार से पैसा निकालना है तो ये दर्शाता है कि विदेशी निवेशकों का भारत की वर्तमान अर्थव्यवस्था से भरोसा उठ गया है. निवेश को आकर्षित करने के नाम पर जो करोड़ों ख़र्च किया जाता है, वो कितना निरर्थक अपव्यय है. इसका एक अर्थ ये भी निकलता है कि स्थानीय उद्योग, उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. साथ ही जनता के हाथों में पैसों की बेहद कमी है, जिसके कारण आंतरिक मांग लगातार घट रही है और कंपनियों का मुनाफ़ा भी. कंपनियों के मुनाफ़े में से भाजपा सरकार की चंदा वसूली भी भारतीय बाज़ार को हतोत्साहित कर रही है, जिसका नकारात्मक असर शेयर बाजार पर पड़ रहा है. निवेशक कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
गौरतलब है कि अखिलेश यादव पिछले कई दिनों से लगातार भाजपा सरकार पर हमला बोल रहे हैं. वे महाकुंभ के दौरान भी सरकार पर कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं.