समाजवादी पार्टी के मुखिया और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने महाकुंभ के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए और कुप्रबंधन का आरोप लगाया. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में विपक्षी नेता ने प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था, स्थानीय समस्या और प्रशासन से संबंधित कई मुद्दों को उठाया और सरकार से तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई की मांग की.
अखिलेश ने X पर एक पोस्ट में कहा कि भाजपा सरकार में 'प्रयागराज महाकुंभ 2025' की तैयारियों की यही सच्चाई है, कम से कम पुलिस विभाग का काम बहुत पहले पूरा हो जाना चाहिए था, क्योंकि सुरक्षा चक्र का प्रबंधन आखिरी दिन का इंतजार नहीं करता.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने स्थानीय निवासियों और मेला क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करने में कथित देरी की ओर भी ध्यान आकर्षित किया और कहा कि प्रयागराज में लोग सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठा रहे हैं. प्रयागराज के पीड़ित लोग पूछ रहे हैं कि भाजपा सरकार ने महादानी सम्राट हर्षवर्धन की प्रतिमा हटाने में बहुत तत्परता दिखाई, लेकिन प्रशासनिक प्रबंधन के लिए वही तत्परता क्यों नहीं दिखाई जा रही है?
अखिलेश यादव ने महाकुंभ क्षेत्र के आसपास परिवहन और आवाजाही जैसे स्थानीय मुद्दों की "उपेक्षा" के बारे में शिकायतों को उजागर किया. उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में प्रयागराज के निवासियों की आवाजाही और परिवहन की समस्याओं को दूर करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की जानी चाहिए.
महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए अपनी पार्टी का समर्थन व्यक्त करते हुए अखिलेश यादव ने इस बात पर जोर दिया कि स्थानीय प्रशासन को इन खामियों को दूर करने के लिए तेजी से काम करना चाहिए, हम चाहते हैं कि महाकुंभ चलता रहे और प्रयागराज भी गतिशील रहे.
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार की मदद करने के लिए तैयार है, क्योंकि भाजपा के लोग पैसा कमाने या चुनाव की योजना बनाने में व्यस्त होंगे. उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर शासन-प्रशासन महाकुंभ की तैयारियों में विफल हो गया है, तो हम अपने सच्चे और समर्पित कार्यकर्ताओं को मदद के लिए भेजने का प्रस्ताव रखते हैं, क्योंकि भाजपा के लोग पैसा कमाने या चुनाव की योजना बनाने में व्यस्त होंगे.