समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ कर दिया कि वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं होंगे. गुरुवार को पत्रकारों ने भारत जोड़ो यात्रा का निमंत्रण मिलने को लेकर सवाल पूछा तो अखिलेश ने कहा कि मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला है, हमारी विचारधारा अलग है, बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक है.
गौरतलब है कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा तीन जनवरी को उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने वाली है. यात्रा गाजियाबाद के लोनी से शुरू होगी और अलग-अलग शहरों से होते हुए आगे बढ़ेगी. यूपी में कांग्रेस की ये यात्रा सफल रहे, इसलिए पार्टी द्वारा विपक्ष के बड़े नेताओं को इसमें शामिल होने का न्योता देने का दावा किया गया है.
कांग्रेस नेताओं की माने तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा प्रमुख मायावती और आरएलडी नेता जयंत चौधरी को न्योता भेजा गया था. जयंत चौधरी ने पहले इस यात्रा में शामिल होने से मना कर दिया था और अब अखिलेश ने साफ कह दिया कि उन्होंने कोई न्योता नहीं मिला है. अभी मायावती के जाने पर भी सस्पेंस बना हुआ है.
अखिलेश ने क्यों बनाई दूरी?
2022 का यूपी विधानसभा चुनाव कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने अलग-अलग लड़ा था. कई मौके पर अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर हमला बोला था. उस चुनाव के दौरान दोनों पार्टियों के बीच खींची लकीर अब और बढ़ी हो गई है. अखिलेश ने आज कहा कि हमारी और कांग्रेस की विचारधारा अलग-अलग है, कांग्रेस और बीजेपी एक ही है.
इस मामले में कुछ दिन पहले सपा के एक प्रवक्ता ने आजतक को बताया था कि अखिलेश यादव पहले से ही कुछ दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त हैं, ऐसे में भारत जोड़ो यात्रा में उनका शामिल होना मुश्किल है, वहीं अगर सपा की तरफ से कोई दूसरा नेता इस यात्रा में शामिल होगा, इसे लेकर पार्टी द्वारा कोई फैसला नहीं हुआ है.
ऐसे में अगर यूपी में कांग्रेस को सपा का साथ नहीं मिलेगा, इसे बड़े सियासी झटके के रूप में देखा जाएगा. इससे पहले आरएलडी ने भी यात्रा में शामिल होने से इंकार कर दिया था. आरएलडी ने जोर देकर कहा था कि जयंत पहले से ही दूसरे कार्यक्रमों में व्यस्त रहने वाले हैं.