समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव नया साल मनाने पैतृक गांव सैफई पहुंचे. सुबह होते ही कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया. अखिलेश ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और ऑडिटोरियम हॉल में चर्चा भी की. कहा कि निकाय चुनाव के साथ-साथ 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भी कार्यकर्ता अभी से जुट जाएं. इस दौरान प्रदेश और केंद्र सरकार पर निशाना भी साधा.
जानबूझकर न्यायालय की अवमानना की
अखिलेश ने कहा कि आज महंगाई और बेरोजगारी चरम सीमा पर है. लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है. आरक्षण के मुद्दे पर कहा कि सरकार की नीयत कभी साफ नहीं रही है. इस सरकार ने जानबूझकर न्यायालय की अवमानना (Contempt of Court) की है. सरकार जानती है कि जनता नाराज है, इसलिए चुनाव नहीं कराना चाहती.
तब समाजवादी पार्टी के विधायक ढूंढ रहे थे
इस दौरान अखिलेश ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान "समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय विचारधारा नहीं है, जिससे केरल कर्नाटक और बिहार में चुनाव लड़ा जा सके" पर पलटवार किया. कहा कि समाजवादी पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. नेताजी के समय कई प्रदेशों में विधायक रहे हैं. मुझे याद है कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनना था तब सबसे पहले समाजवादी पार्टी के विधायक ढूंढ रहे थे. उसी समर्थन से कांग्रेस की सरकार बनी थी.
नेताजी ने कई बार राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशियों को जिताया
अखिलेश ने कहा कि महाराष्ट्र में जब चर्चा थी कि सरकार किसकी बनेगी इसके बावजूद भी समाजवादी पार्टी के विधायकों का सहयोग मांग रहे थे. नेताजी ने कई बार लोकसभा की सीटों पर राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशियों को समर्थन देकर जिताया. इस दौरान अखिलेश ने सत्ता में रहने के दौरान किए गए कामों को भी गिनाया. साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोगों को समाजवादी पार्टी के बारे में नहीं कहना चाहिए कि वह राष्ट्रीय पार्टी नहीं है.
आने वाले समय में राष्ट्रीय पार्टी बनेगी सपा
कहा कि नेहरू जी से समाजवादी पार्टी नेता डॉक्टर लोहिया ने खर्चों को लेकर जो सवाल पूछे थे, वो आज भी चर्चा में हैं. समाजवादी पार्टी आने वाले समय में राष्ट्रीय पार्टी बनेगी.