समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तरकाशी में सुरंग से 41 मजदूरों को निकालने वाली रैट-होल-माइनिंग-एक्सपर्ट्स टीम का सम्मान किया. उन्होंने 14 माइनर्स को सम्मानित किया. इसमें अंकुर कुमार, मोनू कुमार, नसीम, मो. इरशाद, वकील हसन, जहूर हसन, फिरोज कुरेशी, मो. राशिद, नसीरुद्दीन शाह, इरशाद, जतिन कश्यप, सौरभ कश्यप, मुन्ना कुरेशी और देवेंद्र को 1-1 लाख रुपये का चेक दिया.
अखिलेश यादव ने कहा कि इन साथियों का धन्यवाद. इनके हौसले ने 41 मजदूरों की जान बचाई. सरकार और कंपनियां 17 दिन तक प्रयास करते रहे. इन 14 माइनर्स ने जान बचाने का काम किया. इनका कोई मोल नहीं है. ये अनमोल लोग हैं. अपनी अपनी जान की परवाह न करते हुए, परिश्रम और मेहनत से मजदूरों को बचाया.
'सबको ये न लग रहा हो कि वो सपा में आ रहे'
अखिलेश ने हालिया सियासी घटनाक्रमों पर भी प्रतिक्रिया दी. दानिश अली के सस्पेंशन पर कहा, जब मैं प्रेस कॉन्फ्रेंस में आ रहा था तभी लेटर सर्कुलेट होने लगा. कहीं सबको ये न लग रहा हो कि वो समाजवादी पार्टी में आ रहे हैं.
वहीं, जयंत चौधरी को लेकर कहा कि कोई कुछ भी छुपाए लेकिन सबको पता है कि भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करना समाजवादी पार्टी का पहला दिन से लक्ष्य है. भविष्य में भी हम लोगों का सम्मान करते हुए और साथ लेकर भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करेंगे.
'ईवीएम ने जनता का विश्वास खत्म किया है'
चुनावी परिणाम पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ईवीएम ने जनता का विश्वास खत्म किया है. हम बैलेट से वोट के पक्ष में है. यादव और मुस्लिमों के जो वोट काटे गए थे, उसका ब्योरा चुनाव आयोग भेजा था. मगर, आज तक अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
अखिलेश ने कहा कि कन्नौज से मुझे फोन आया था. हमारे जिला अध्यक्ष ने जानकारी दी थी कि वोट बढ़ाने के लिए हम लोग लगातार प्रयास कर रहे थे. मगर, सरकार ने सर्वर डाउन कर दिया. इस वजह से वोट बढ़ाए नहीं जा सकते थे.
'सांसद जी की भाषा का वीडियो चलवा सकते हैं'
वहीं, टीएमसी नेता महुआ की संसद सदस्यता जाने पर कहा कि हमने पहले कहा था कि ये गलत है. हम कन्नौज के माननीय सांसद जी की भाषा का वीडियो चलवा सकते हैं. उन्होंने पुलिस को क्या-क्या कहा था. सबको पता है. उन पर कोई कार्रवाई नहीं की, उस पर क्या कहेंगे?
कांग्रेस सांसद के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर कहा कि यूपी 2022 चुनाव से पहले एक उद्योगपति के यहां छापा मारा गया था. ये कहा गया था कि यह पैसा समाजवादी पार्टी के नेता है. अब सुनने में आ रहा है कि उसका आधा पैसा वापस हो गया है. तो यह जो छापा पड़ा है वो भी आधा पैसा वापस देकर हिसाब ठीक कर हो जाएगा.