scorecardresearch
 

आजम खान से मिलने सीतापुर जेल पहुंचे अखिलेश यादव, रामपुर लोकसभा सीट को लेकर हो सकती है चर्चा

अखिलेश यादव सीतापुर जेल पहुंचे. यहां उन्होंने जेल में बंद आजम खान से मुलाकात की. सीतापुर जेल प्रशासन ने करीब एक घंटे की मुलाकात का वक्त निर्धारित किया था.

Advertisement
X
आजम खान और अखिलेश यादव (फ़ाइल फोटो)
आजम खान और अखिलेश यादव (फ़ाइल फोटो)

समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव शुक्रवार को सीतापुर जेल पहुंचे. यहां उन्होंने जेल में बंद आजम खान से मुलाकात की. सीतापुर जेल प्रशासन ने करीब एक घंटे की मुलाकात का वक्त निर्धारित किया था. फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में सपा नेता आजम खान कई महीने से जेल में बंद हैं. 

Advertisement

बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव और आजम खान के बीच रामपुर लोकसभा सीट को लेकर चर्चा हुई है. इस मुलाकात के बाद अखिलेश यादव रामपुर लोकसभा सीट से टिकट की घोषणा भी कर सकते हैं. हालांकि, उम्मीदवार कौन होगा इसपर अटकलें लगाई जा रही हैं. चुनाव से पहले अखिलेश और आजम की इस मुलाकात से सियासी गर्मी बढ़ गई है. 

मालूम हो कि कि जबसे दूसरी बार आजम खान यहां निरुद्ध किये गए हैं तबसे लेकर अभी तक अखिलेश की जेल में यह पहली मुलाकात है. अखिलेश के पहुंचने से पहले जेल के बाहर बड़ी संख्या में सपाई इकट्ठा हो गए थे. इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी भी रही. 

अखिलेश का काफिला सीधे जेल परिसर के अंदर चला गया. अखिलेश ने जेल के अंदर जाते वक्त मीडिया से बातचीत नहीं की. अखिलेश के साथ सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक अनूप गुप्ता और रामपुर से सपा अध्यक्ष भी मौजूद रहे.

Advertisement

बताते चलें कि पिछले साल फेक बर्थ सर्टिफिकेट केस में सपा नेता आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को दोषी करार देते हुए 7-7 साल की सजा सुनाई गई थी. फेक बर्थ सर्टिफिकेट का यह केस साल 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से जुड़ा है. तब अब्दुल्ला आजम ने रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उनकी जीत भी हुई थी.

चुनावी नतीजों के बाद उनके खिलाफ हाई कोर्ट में केस दाखिल कर दिया गया था. उन पर आरोप लगाया गया था कि अब्दुल्ला आजम ने चुनावी फार्म में जो उम्र बताई है, असल में उनकी उम्र उतनी नहीं है. आरोप था कि अब्दुल्ला विधायक का चुनाव लड़ने की उम्र का पैमाना पूरा नहीं करते हैं. शैक्षणिक प्रमाण पत्र में अब्दुल्ला का डेट ऑफ बर्थ 1 जनवरी 1993 है, जबकि जन्म प्रमाण पत्र में 30 सितंबर 1990 है.

यह मामला हाई कोर्ट पहुंचने के बाद इस पर सुनवाई शुरू हुई थी. अब्दुल्ला आजम की तरफ से पेश किए गए जन्म प्रमाण पत्र को फर्जी पाया गया था. इसके बाद स्वार सीट से उनका चुनाव रद्द कर दिया गया था. अब्दुल्ला पर पहले जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर पासपोर्ट हासिल करने और विदेशी दौरे करने के साथ ही सरकारी उद्देश्य के लिए दूसरे प्रमाण पत्र का इस्तेमाल करने का भी आरोप है.

Live TV

Advertisement
Advertisement