सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर का मामला गरमाया हुआ है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के अलावा राहुल गांधी ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है. वहीं, सीएम योगी ने एनकाउंटर पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए अखिलेश पर तीखी टिप्पणी की है. जिसके बाद अखिलेश यादव ने फिर से 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए सीएम योगी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बातें कौन सुने, वैसे भी जाने वालों की बात का क्या बुरा मानना?
दरअसल, बीते दिन सीएम योगी आदित्यनाथ अंबेडकरनगर के एक कार्यक्रम में सपा और अखिलेश यादव पर हमलावर नजर आए थे. उन्होंने कहा था कि अगर लूट के दौरान डकैत दुकान में मौजूद किसी ग्राहक को गोली मार देते तो क्या सपा उसकी जान वापस कर पाती? सीएम योगी ने कहा, जब उनका कोई माफिया या डकैत पुलिस मुठभेड़ में मारा जाता है, तो ऐसा लगता है कि जैसे पुलिस ने इनकी दुखती रग पर उंगली रख दी हो. ये चिल्लाने लगते हैं.
इसको लेकर अब अखिलेश यादव ने कहा कि "जिनकी अपने दल में कोई सुनवाई नहीं, उनकी बातें कौन सुने, वैसे भी जाने वालों की बात का क्या बुरा मानना."
बकौल अखिलेश- "जिनके शासन काल में महीनों आईपीएस फरार रहा हो, पंद्रह लाख प्रतिदिन की कमाई वाले थानों की चर्चा हो, भाजपाई खुद ही पुलिस का अपहरण कर रहे हों और दंड संहिता की जगह बुलडोज़र संहिता ने ले ली हो, ‘क़ानून-व्यवस्था’ शब्द बनकर रह गये हों, न्यायालय की डपट खाना जिनकी आदत बन गयी हो, वो मौन ही रहें तो बेहतर है."
मजिस्ट्रेट जांच के दिए गए आदेश
फिलहाल, मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद सुल्तानपुर के जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. यह जांच एसडीएम लंभुआ विदुषी सिंह द्वारा की जाएगी. पुलिस और प्रशासन ने इस एनकाउंटर को न्यायसंगत और कानून सम्मत बताया है, लेकिन विपक्षी दलों द्वारा इस पर सवाल उठाए गए हैं.
सुल्तानपुर एनकाउंटर पर राहुल ने भी उठाए सवाल
राहुल गांधी ने सुल्तानपुर एनकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुए कहा- भाजपा शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां वही उड़ा रहे हैं, जिनपर उनका पालन कराने की जिम्मेदारी है. सुल्तानपर में हुए मंगेश यादव के एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा ‘Rule Of Law’ पर विश्वास ही नहीं करती. मंगेश के परिवार के आंसू पूरे देश से सवाल पूछ रहे हैं- कौन जिएगा और कौन नहीं, इसका फैसला अदालत करेगी या पुलिस?
राहुल ने आरोप लगाटे हुए कहा- "STF जैसी प्रोफेशनल फोर्स को भाजपा सरकार में ‘आपराधिक गिरोह’ की तरह चलाया जा रहा है, जिसपर केंद्र सरकार की चुप्पी इस ‘ठोको नीति’ पर उनकी स्पष्ट सहमति है. यूपी STF के दर्जनों एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं. क्या आज तक उनमें से किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई हुई? आखिर कौन उन्हें बचा रहा है और क्यों? कैमरों के आगे संविधान को माथे से लगाना सिर्फ ढोंग है, जब आपकी सरकारें ही उसकी खुलेआम धज्जियां उड़ा रही हों. उत्तरप्रदेश में हुए सभी संदिग्ध एनकाउंटर्स की निष्पक्ष जांच कर इंसाफ किया जाना चाहिए. वर्दी पर लगी खून की छींटें साफ होनी चाहिए."
क्या बोले अखिलेश?
अखिलेश यादव ने भी सुल्तानपुर एनकाउंटर को लेकर यूपी सरकार पर तीखी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि लूट कांड के अन्य आरोपियों के तो पैर में गोली मारी गई, लेकिन मंगेश यादव की पुलिस से मुठभेड़ हुई तो उसकी जान ले ली गई. अखिलेश ने आरोप लगाया कि 'जाति' देखकर जान ली गई है.
इस बीच सपा का एक प्रतिनिधिमण्डल मंगेश यादव के घर जौनपुर गया था. खुद अखिलेश ने फोन पर मंगेश के परिजनों से बात की थी. और भी पार्टी के नेता और संगठन के लोग मंगेश यादव के घर पहुंच रहे हैं.
बता दें कि बीते 28 अगस्त को सुल्तानपुर शहर में चौक क्षेत्र के ठठेरी बाजार में भरत सर्राफा के यहां दिनदहाड़े करोड़ों की लूट हुई थी. जानकारी के अनुसार, लुटेरों ने 2 करोड़ से अधिक के गहने लूट लिए थे. आरोपियों की तलाश में पुलिस कई जगह छापेमारी कर रही थी. इसी बीच एसटीएफ ने मंगेश यादव को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.