सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंदिर-मस्जिद विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में कई जगहों पर खुदाई हो रही है. मुख्यमंत्री आवास में भी एक शिवलिंग है, वहां भी खुदाई होनी चाहिए.
अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में एक प्रेस वार्ता में संभल समेत कई जिलों में हो रही खुदाई को लेकर पूछा गया सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जब से खुदाई हो रही है मुझे कुछ याद आ रहा है. मुख्यमंत्री आवास में भी शिवलिंग है, इसकी खुदाई होनी चाहिए. मुझे पूरा भरोसा है खुदाई होनी चाहिए, वहां की खुदाई के लिए हम सब लोगों को तैयारी करनी चाहिए. नया मुद्दा आ गया मुख्यमंत्री आवास में शिवलिंग है. ये खुदाई इसलिए चल रही है, क्योंकि 1.5 लाख एकड़ जमीन चाहिए 2027 तक जमीन एक्वायर करनी है.
'उधार में सबसे आगे निकले ये'
उन्होंने दावा किया कि हाल ही में यूपी सरकार ने अंग्रेजी अखबार को एड दिया था, जिसमें यूपी को इकोनॉमी का पावर हाउस बताया गया है. उद्यम प्रदेश बनाने के लिए सरकार के पास जमीन नहीं है. 2027 तक उद्यम प्रदेश बनाने की बातें कहीं जा रही हैं. बड़े-बड़े MoU हुए थे, उसमें सीडीआर रेशियो नहीं बढ़ रहा है. ये उधार में सबसे ज्यादा आगे निकल जाएंगे, पूरा खजाना खाली करके जाएंगे
अखिलेश ने कहा कि उन्हें पता ही नहीं है मैं कई बार कुम्भ में नहा चुका हूं. जानबूझकर ध्यान हटाने के लिए सरकार ऐसे मुद्दे उठा रही है. 3 बजट में जमीन एक्वायर करने के लिए कोई बजट नहीं है. ये सरकार असंवैधानिक रूप से काम कर रही है. राजभवन में खुद इललीगल कंस्ट्रक्शन है, उसका नक्शा किसने पास किया.
'जर्मनी में बैलेट पेपर पर होते हैं चुनाव'
सपा प्रमुख ने ईवीएम की मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि ईवीएम को जर्मनी जैसे देश नहीं मान रहा है, वहां के सुप्रीम कोर्ट में एक लंबी बहस के बाद ईवीएम को हटा दिया और अब बैलेट पेपर पर वोट पड़ रहे हैं. कुंभ अच्छा संपन्न हो सरकार सपा से जो सहायता चाह रही है वो हम करने को तैयार है, आप बताएं 13 दिन में ब्रिज कैसे बन जाएंगे. सरकार ने कुछ और रियलिटी चेक करवाया जो काम गलत हुआ. उसका रियलिटी चेक नहीं करवाया अगर कार्यकर्ता पर मुकदमा लिखा जाएगा तो हम मोबाइल खोल कर पूरी पोल खोल देंगे.
कुंभ में निमंत्रण नहीं दिया जाता है, वहां लोग आस्था से आते हैं. हमने अपने धर्म में पढ़ा है वो यही है कि वहां लोग करोड़ की संख्या में आते हैं, वहां निमंत्रण नहीं दिया जाता. गन्ने का क्या रेट चल रहा है क्या रेट दोगुना हो रहा है बिजली महंगी है नौकरी रोजगार नहीं है.
कुंभ से पहले शुरू होना था गंगा एक्सप्रेस-वे
जब कांग्रेस की सरकार थी, तब मैंने मांग की थी कि 4 लेन रोड बननी चाहिए पर नहीं बनी. गंगा एक्सप्रेस-वे कुंभ से पहले चालू होना था. इनके हाथ में विकास की रेखा नहीं है विनाश की रेखा है (सीएम योगी के लिए बोला है)