उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक मुस्लिम-बहुल इलाके में स्थित वर्षों से बंद पड़े शिव मंदिर में बुधवार रात शुद्धिकरण का आयोजन किया गया. इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ और भंडारा किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन बजरंग दल और अखिल भारतीय करणी सेना जैसी दक्षिणपंथी संगठनों ने किया.
करणी सेना के प्रदेश सचिव ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि उनके संगठन द्वारा छोड़े गए पूजा स्थलों की पहचान के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत यह मंदिर मिला. उन्होंने कहा कि बुधवार को हमने इस मंदिर की पहचान की और इसे पुनः पूजा के लिए खोल दिया.
50 साल से बंद पड़े मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय और आसपास के क्षेत्रों के लोग शामिल हुए. स्थानीय निवासी सपना सरस्वत ने बताया कि हमें इस मंदिर के बारे में पता चला और हमने इसकी सफाई कर पूजा-अर्चना की. पूजा के दौरान भक्त भगवान शिव के मंत्रों का उच्चारण करते हुए मन्दिर को गंगाजल से पवित्र करते नजर आए. वहीं मंदिर परिसर में गूंजते भजनों और कीर्तन ने माहौल को और अधिक पवित्र बना दिया.
पूर्व अलीगढ़ मेयर और भाजपा नेता शकुंतला भारती ने मंदिर की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि मंदिर की दुर्दशा से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंची है. Encroachments हटाने और नियमित पूजा शुरू करने के लिए सर्वेक्षण की मांग की है.
मंदिर के लिए मुस्लिम हर तरह का सहयोग देने को तैयार
मंदिर के पास रहने वाले फतेह मोहम्मद ने बताया कि यह मंदिर करीब 50 साल पहले बनाया गया था. पांच साल पहले इसे बंद कर दिया गया था. उन्होंने कहा, मुस्लिम समुदाय मंदिर के पुनरुद्धार का स्वागत करता है और इसके प्रबंधन में सहयोग करेगा.
अपर जिलाधिकारी (शहर) अमित कुमार ने लोगों को आश्वासन दिया कि नियमित पूजा के लिए व्यवस्था की गई है और शांति और सामुदायिक सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे