केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए ADG बिनोद कुमार सिंह (बीके सिंह) को भारत सरकार ने वापस उत्तर प्रदेश भेज दिया है. स्पेशल डीजी CRPF जैसे महत्वपूर्ण पद से बीके सिंह को 9 महीने में ही हटाकर यूपी वापस भेजने के पीछे गुवाहाटी एयरपोर्ट पर तैनात महिला कर्मचारी से की गई छेड़खानी और हाथ पड़कर जबरन गले लगाने की कोशिश बड़ी वजह बताई जा रही है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में एडीजी पीएसी, एडीजी सिक्योरिटी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे 1994 बैच के IPS एडीजी बिनोद कुमार सिंह 14 जून 2023 को ही डेपुटेशन पर भारत सरकार गए थे. डेपुटेशन पर जाने के करीब 2 महीने के इंतजार के बाद बीके सिंह को CRPF की North East Frontier का स्पेशल डीजी बनाकर गुवाहाटी में पोस्ट किया गया था. लेकिन पोस्टिंग के 9 महीने में ही बीके सिंह की एक महिला कर्मचारी से की गई छेड़खानी की शिकायत के बाद अब उन्हें वापस भेज दिया गया है.
वो शिकायत जिसके बाद यूपी वापस भेजा गया
दरअसल, गुवाहाटी के गोपीनाथ बारडोली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अफसर उत्पल बरुआ ने बीते 18 मार्च 2024 को गुवाहाटी के डीसीपी वेस्ट को एक लिखित शिकायत भेजी. इस शिकायत में उत्पल बरुआ ने लिखा कि बीते 16 मार्च को सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट राजवीर सिंह द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी से एडीजी बीके सिंह को वीआईपी लाउंज में रोकने के लिए पत्र भेजा गया था. लेकिन लाउंज में उनके द्वारा महिला कर्मचारी से गलत बर्ताव किया गया.
महिला कर्मचारी ने लगाए थे ये आरोप
एयरपोर्ट ऑफिसर उत्पल बरुआ ने अपनी शिकायत में बताया कि 18 मार्च को एक महिला कर्मचारी के द्वारा लिखित शिकायत की गई थी जिसमें लिखा था, "नीले रंग की T-shirt पहने बिनोद कुमार सिंह रिसेप्शन डेस्क पर आए और मेरे साथ मेरी जॉब और फैमली के बारे में बात करने लगे. वह लगातार मुझे देख रहे थे जिससे मुझे परेशानी हो रही थी. इसके बाद उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि तुम बहुत प्यारी हो, तुम्हारे दांत, तुम्हारे होंठ बहुत प्यारे हैं."
महिला कर्मचारी ने अपनी शिकायत में आगे कहा, "उन्होंने मुझसे अपना मोबाइल नंबर लेने को कहा और बोला कभी भी भविष्य में कोई परेशानी हो तो वह मुझे कह सकती है. वह उनकी पूरी मदद करेंगे. वह मुझे गले लगाना चाहते थे. मैंने मना किया तो उन्होंने टाइट हग के लिए दोबारा जोर डाला. मैंने दोबारा मना किया तो उन्होंने कहा टाइट हग नॉर्मल है, जिस पर मैंने साफ मना किया तो बीके सिंह डेस्क एरिया में अंदर आ गए. मेरा हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचने लगे, जिसके बाद मैंने उनसे ऐसा करने से रोकने के लिए कहा. इस बीच प्रोटोकॉल स्टाफ भी लाउंज में आ गया और वह भी समझ गया कि कुछ गड़बड़ थी. इसके बाद मेहमान बीके सिंह फोन पर बात करते हुए लाउंज से बाहर चले गए."
गुवाहाटी पुलिस ने की जांच
18 मार्च को एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से मिली शिकायत पर गुवाहाटी के डीसीपी वेस्ट ने इस मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर गुवाहाटी को भेजी. मामला एयरपोर्ट पर महिला कर्मचारी से छेड़खानी का था. लिहाजा, इस मामले में गुवाहाटी पुलिस के द्वारा प्रारंभिक जांच के आदेश दिए गए.
एडिशनल डीसीपी मोईत्रायी डेका ने इस मामले में 21 मार्च को अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर गुवाहाटी को सौंप दी. जांच रिपोर्ट के मुताबिक, बीके सिंह ने एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा शिकायत करने के बाद 19 मार्च को एयरपोर्ट ऑफिसर उत्पल बरुआ को व्हाट्स ऐप कॉल कर माफी मांगी और कहा वह भविष्य में अब ऐसा नहीं करेंगे.
जांच रिपोर्ट असम के DGP को भेजी गई
प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर ने 27 मार्च को आईपीएस बिनोद कुमार सिंह (एडीजी सीआरपीएफ) पर लगे आरोप की जांच रिपोर्ट असम के DGP जीपी सिंह को भेज दी. माना जा रहा है कि गुवाहाटी के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक महिला कर्मचारी के साथ आईपीएस बीके सिंह के द्वारा की गई इस हरकत की शिकायत भारत सरकार से की गई और इसके बाद ही बीके सिंह को यूपी वापस भेज दिया गया है.