यूपी के अमेठी में एक बीजेपी नेता ने पुलिस के साथ ही हेराफेरी कर दी. पुलिस लाइन के निर्माण के लिए पुलिस विभाग ने उससे दो करोड़ रुपये की जमीन खरीदी थी. ये जमीन 78 लाख रुपये के लोन की वजह से बैंक में गिरवी रखी हुई थी, लेकिन बीजेपी नेता ने फर्जी कागजातों की मदद से इसका बैनामा कर दिया. पुलिस विभाग को जब रिकवरी का नोटिस मिला तो उसके होश उड़ गए और आनन-फानन में बीजेपी नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई.
बीजेपी नेता ओम प्रकाश मिश्रा उर्फ प्रकाश मिश्रा ने अमेठी पुलिस को करीब 78 लाख रुपये का चूना लगाया है. दरअसल प्रकाश मिश्रा ने अपनी जमीन को गिरवी रखकर 78 लाख का लोन लिया था और फिर इसी जमीन को अमेठी पुलिस को करीब दो करोड़ रुपये में बेच दिया. अमेठी के एसपी इलामरन जी ने सोमवार को बताया कि बीजेपी नेता प्रकाश मिश्रा ने जालसाजी की है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
2017 में पुलिस ने खरीदी थी जमीन
उन्होंने बताया कि यह जमीन गौरीगंज तहसील के अंतर्गत चौहानपुर गांव में स्थित है. प्रकाश मिश्रा ने 27 जुलाई 2017 को इसका बैनामा कराया था. जमीन बेचने से पहले उनसे बैंक ऑफ इंडिया से 78 लाख रुपये का कर्ज भी लिया था और जमीन बैंक के पास गिरवी रखी हुई थी. अमेठी पुलिस ने जमीन के बदले बीजेपी नेता को एक करोड़ 97 लाख रुपये भुगतान किए थे. रजिस्ट्री के दौरान प्रकाश मिश्रा ने इस बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी थी.
3 जनवरी को सामने आया मामला
ये मामला तब सामने आया, जब तीन जनवरी 2023 को ऋण वसूली ट्रिब्यूनल, इलाहाबाद का वसूली नोटिस आया. पुलिस लाइन अमेठी में रिजर्व इंस्पेक्टर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 24 मार्च को प्रकाश मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात), 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखा), 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान सुरक्षा, वसीयत आदि की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
अमेठी बीजेपी अध्यक्ष ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस मामले में अमेठी जिला के बीजेपी अध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि मिश्रा एक पार्टी कार्यकर्ता हैं और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. त्रिपाठी ने कहा कि कानून अपना काम करेगा और दोषी पाए जाने पर मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.