यूपी के मेरठ में एसटीएफ ने एनकाउंटर में गैंगस्टर अनिल दुजाना को मार गिराया है. वो पश्चिमी यूपी में आतंक का पर्याय बना हुआ था. दुजाना 10 अप्रैल को जमानत पर बाहर आया था. जेल से बाहर आते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों को धमकियां दी थीं. इसी बीच एसटीएफ को इनपुट मिला कि दुजाना स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर अपने गुर्गों से मिलने मेरठ में जा रहा है. इस पर एसटीएफ ने घेराबंदी की. एसटीएफ को देखते ही गैंगस्टर ने फायरिंग शुरू कर दी. उसने करीब 15 राउंड फायरिंग की. एसटीएफ की तरफ से 6 राउंड जवाबी फायरिंग की गई, जिसमें वो मारा गया.
दुजाना पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 60 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं. इसमें गैंगस्टर के खिलाफ नोएडा, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हत्या, लूट, डकैती और उगाही जैसे संगीन मामलों में एफआईआर दर्ज हैं. जितनी लंबी दुजाना की क्राइम हिस्ट्री है, उससे भी अधिक दिलचस्प उसकी शादी की कहानी है.
साल 2021 में दुजाना ने पूजा से की शादी
अनिल दुजाना ने महाराजगंज जेल में रहते हुए बागपत की रहने वाली पूजा से 15 फरवरी 2019 को सगाई की थी. इस रस्म को उसने पेशी के दौरान पूरा किया था. इसके बाद साल 2021 में जमानत पर छूटने के बाद उसने 18 फरवरी को शादी की.
दरअसल, पूजा के पिता लीलू ने अपने गांव के दुश्मनों को नीचा दिखाने के लिए दुजाना को दामाद बनाया था. लीलू का बागपत के राजकुमार से 40 बीघा जमीन को लेकर विवाद था. इसी बीच राजकुमार ने अपनी दो बेटियों की शादी 2018 में गाजियाबाद के गैंगस्टर हरेंद्र खड़खड़ी और उसके भाई से कर दी थी.
दुजाना पर आकर खत्म हुई लीलू की तलाश
इसके बाद से राजकुमार दामाद के दम पर लीलू को धमकाने लगा था. इसके बाद पूजा के पिता ने हरेंद्र खड़खड़ी से बड़े गैंगस्टर को अपना दामाद बनाने का फैसला लिया. उसकी यह तलाश अनिल दुजाना पर आकर खत्म हुई. लीलू ने विरोधी को नीचा दिखाने के पूजा की शादी अनिल दुजाना से कर दी थी.
सुंदर भाटी गैंग से रही दुजाना की रंजिश
गैंगस्टर दुजाना की कुख्यात माफिया सुंदर भाटी और उसके गैंग से रंजिश रही है. इस रंजिश में कई हत्याएं हो चुकी हैं. साल 2012 में दुजाना और उसके गैंग ने सुंदर भाटी और उसके करीबियों पर AK-47 राइफल से हमला किया था. ये दोनों गैंग सरकारी ठेकों, सरिया की चोरी और टोल के ठेकों को लेकर अक्सर आमने-सामने आते रहे हैं. यही वजह थी कि पुलिस उसको पेशी पर ले जाते समय बुलेटप्रूफ जैकेट देती थी.
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अनिल दुजाना गैंगस्टर नरेश भाटी का करीबी और शूटर था. नरेश की हत्या सुंदर भाटी ने करवाई थी. इसके बाद बदला लेने के लिए अनिल ने सुंदर पर हमला किया था. यहीं से दोनों के बीच अदावत का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ, जिसमें कई बार गोलियां चलीं. फिलहाल दुजाना ही नरेश भाटी गैंग की कमान संभाल रहा था.
पश्चिम यूपी में छोटा शकील कहा जाता था
गैंगस्टर का खौफ कुछ इस कदर था कि उसे अपराध जगत खासकर पश्चिम यूपी में छोटा शकील कहा जाता था. कहा जाता है कि जिसने भी उसके खिलाफ आवाज उठाई, दुजाना ने उसकी हत्या करवा दी. कोई भी उसके खिलाफ बोलने से भी डरता था.