देवरिया कांड के बाद कौशांबी जिले में हुए तिहरे हत्याकांड मामले में भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है. जमीनी विवाद में लापरवाही बरतने वाले 6 चकबंदी अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. इस कार्रवाई से अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. आइए जानते हैं पूरा मामला...
दरअसल, ये वारदात 15 सितंबर को संदीपन घाट थाना क्षेत्र के मोहिउद्दीनपुर गौस गांव में घटित हुई थी. यहां जमीनी विवाद में एक महिला सहित 3 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने आरोपियों के घर समेत कई मकानों और दुकानों में आग लगा दिया था.
बवाल की जानकारी मिलते ही कमिश्नर प्रयागराज विजय विश्वास पंत फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे. जांच-पड़ताल के बाद जिलाधिकारी सुजीत कुमार को मामले में कमेटी बनाकर जांच करवाने के निर्देश दिए थे. कमिश्नर प्रयागराज के निर्देश के बाद जिलाधिकारी ने एडीएम न्यायिक डॉ विश्राम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर पूरे मामले में जांच करवाई. हाल ही में जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी.
ये भी पढ़ें- कौशांबी: ट्रिपल मर्डर में 2 गिरफ्तार, फरार आरोपियों की तलाश में जुटीं पुलिस की 8 टीमें
कमेटी ने जांच के दौरान चकबंदी लेखपाल रविकिरण, शिलवंत सिंह, शिवेश सिंह तथा चकबंदीकर्ता राम आसरे और सहायक चकबंदी अधिकारी अफजाल अहमद खां को लापरवाही एवं कर्तव्यों के प्रति उदासीनता बरतने तथा पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता के लिए दोषी पाया.
इसके बाद कौशांबी तिहरे हत्याकांड की वजह बने पट्टे की भूमि के विवाद में लापरवाही पर सरकार ने चकबंदी अधिकारी सहित 6 कर्मचारियों को निलंबित किया है. वहीं, एक चकबंदी अधिकारी को बर्खास्त किया गया है.
देवरिया हत्याकांड में SDM, CO और तहसीलदार समेत 15 पर गिरी गाज
बीते दिन देवरिया में हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई की थी. इस मामले में लापरवाह राजस्वकर्मियों और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी. इसमें उपजिलाधिकारी, 1 क्षेत्राधिकारी, दो तहसीलदार, तीन लेखपाल, 1 हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और 1 थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. देवरिया हत्याकांड की समीक्षा के दौरान सीएम योगी ने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.
बता दें कि जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के टोला लेहड़ा में 2 अक्टूबर को सत्य प्रकाश दुबे के घर के पास प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई थी. इसके बाद प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्य प्रकाश के घर में घुस कर मौजूद सभी 6 लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया. चंद मिनटों में सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी दो बेटी एक बेटा समेत पांच सदस्यों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस वारदात में सत्य प्रकाश के 8 साल के बेटे अनमोल की हालत नाजुक बनी हुई है. उसे इलाज के लिए गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. सीएम योगी ने अस्पताल जाकर उसका हाल जाना था.