scorecardresearch
 

'अनुज चौधरी मेरा प्रिय पहलवान, बड़ा नटखट है', संभल CO के होली-जुमे वाले बयान पर क्या बोले बृजभूषण शरण सिंह

संभल के सीओ अनुज चौधरी अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में उनके होली और जुमे पर दिए बयान पर काफी बवाल मचा था. अब सीओ अनुज चौधरी के बयान पर पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी है.

Advertisement
X
सीओ अनुज चौधरी और बृज भूषण सिंह
सीओ अनुज चौधरी और बृज भूषण सिंह

यूपी के संभल जिले में तैनात सीओ अनुज चौधरी अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में उनके होली और जुमे पर दिए बयान पर काफी बवाल मचा था. अब सीओ अनुज चौधरी के बयान पर पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बिना नाम लिए नसीहत देते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर कभी कोई दिक्कत नहीं होती, समस्या तब पैदा होती है जब बयानवीर लोग विवादास्पद टिप्पणियां करते हैं. बृजभूषण ने ये बात गोरखपुर में 'आजतक' से बात करते हुए कही. 

Advertisement

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि होली हो या जुमे की नमाज, यह त्योहार पहले भी साथ-साथ मनाए जाते रहे हैं और आगे भी मनाए जाते रहेंगे. कभी कोई समस्या नहीं हुई, लेकिन कुछ बयानवीरों के कारण बवाल खड़ा हो जाता है.उन्होंने कहा कि समाज में सौहार्द बनाए रखना नेताओं और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी है, लेकिन जब लोग अनावश्यक बयान देते हैं, तो विवाद बढ़ता है. हालांकि, अनुज चौधरी मेरा प्रिय पहलवान है, उससे बात भी होती रहती है, उसे थोड़ा अपने शब्दों का चयन ठीक करना चाहिए. वैसे उसकी भाषा ही वैसी है, तल्ख... उसका कोई गलत मतलब नहीं था. 

बृजभूषण ने आगे कहा कि अनुज चौधरी मेरा प्यारा पहलवान है. वो शुरू से बहुत नटखट है. कड़क मिजाज है. लेकिन बयान देते समय वो अपने शब्दों को चयन ठीक कर सकते थे. लेकिन मीडिया को सिर्फ अनुज का बयान ही क्यों दिख रहा है, कितने ही बयानवीर पैदा हो गए हैं देश में, जो हर मुद्दे पर बोलते रहते हैं. 

Advertisement

आपको बता दें कि संभल के सीओ अनुज चौधरी ने पिछले दिनों पीस कमेटी की एक बैठक में कहा था कि अगर किसी को लगता है कि होली के रंग से उसका धर्म भ्रष्ट होता है तो वह उस दिन घर से ना निकले. जिस प्रकार से मुस्लिम बेसब्री से ईद का इंतजार करते हैं, ठीक उसी तरह हिंदू होली की प्रतीक्षा करते हैं.

उन्होंने कहा था कि होली का त्यौहार 14 मार्च को है और इसी दिन जुमा की नमाज भी होगी. होली का दिन वर्ष में एक बार आता है, जबकि जुमा साल में 52 बार आता है. इसलिए किसी को लगता है होली के रंग से उसका धर्म भ्रष्ट होता है तो वह उस दिन घर से ना निकले. घर पर ही जुमे की नमाज पढ़े.  

Live TV

Advertisement
Advertisement