उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी डीएस चौहान की बेटी अमशुला चौहान को नोएडा के सेक्टर 15 में करोड़ों की कोठी गिफ्ट में मिली है. इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. पूर्व डीजीपी की बेटी अमशुला चौहान को कोठी गिफ्ट करने वाली अरुणा मोहन का दो पेज का एफिडेविट सामने आया है.
अरुणा मोहन ने एफिडेविट में अमशुला को कोठी गिफ्ट करने की वजह बताई है. उन्होंने कहा, मेरे पति 1963 बैच के सम्मानित आईपीएस अफसर रहे हैं. हमारा अमशुला से गहरा लगाव उसी वक्त से है, जब वह 3 साल की थी और उसके पिता डी एस चौहान 1998 में नोएडा के एसएसपी थे. हमने उसको बड़ा होते देखा है और वह हमारे नोएडा में रहने के दौरान परिवार का अभिन्न हिस्सा बनी है. अमशुला ने हमेशा मेरा ख्याल रखा. कोविड के दौरान मेरी ग्रैंड चाइल्ड की तरह मेरा ख्याल रखा.
'मेरी कोई संतान नहीं'
उन्होंने कहा, आज मैं 81 वर्ष की हूं और अमशुला मेरे लिए नातिन के समान है. जब भी मुझे जरूरत थी अमशुला ने मेरी देखभाल की है. अरुणा मोहन ने अमशुला को अपने कीमती कोठी गिफ्ट करने की एक और वजह बताई है. एफिडेविट में लिखा, 'पति की मौत के बाद मेरी कोई संतान नहीं होने के कारण परिवार के अन्य लोगों के द्वारा कोठी कब्जा करने की भी कोशिश की जाने लगी थी.'
'दिल के रिश्ते मजबूत...'
अरुणा मोहन ने लिखा है कि आज 81 वर्ष की उम्र में मेरे पति की नौकरी से जो पेंशन मिलती है वो मेरे जीवन यापन के लिए काफी है. अरुणा मोहन ने लिखा कि मैं अपनी इसी कोठी में अमशुला के साथ रहती हूं. जिसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. खून के रिश्ते से ज्यादा दिल के रिश्ते मजबूत होते हैं. यह लोगों को समझना चाहिए.
बता दें कि इस कोठी को गिफ्ट में मिलने के बाद से ही चर्चा हो रही है. लोगों का कहना था कि पिता उत्तर प्रदेश पुलिस का ताकतवर अफसर हो, मां भारत सरकार में सचिव के महत्वपूर्ण पद पर हो तो बेटी को गिफ्ट भी करोड़ों का मिलता है.
कौन हैं अमशुला चौहान?
बता दें कि अमशुला चौहान कानून में स्नातक की पढ़ाई करने के बाद अब मास्टर्स कर रही हैं. अमशुला चौहान नोएडा के सेक्टर 15A के प्लॉट नंबर 109 पर लगभग 200 वर्ग मीटर में बनी आलीशान कोठी की मालिक हैं. लगभग डेढ़ साल पहले 25 नवंबर 2021 को अमशुला चौहान को यह कीमती कोठी अरुणा मोहन ने गिफ्ट दी थी. नोएडा विकास प्राधिकरण में बाकायदा फीस देकर Transfer Memorendum रजिस्टर्ड करवाया गया. इस गिफ्ट डीड के लिए 4593.75 प्रति वर्ग मीटर की दर से 9 लाख,18,750 रुपये इस ट्रांसफर डीड में अदा भी की गई. डेढ़ साल पहले डीएस चौहान की बेटी अमशुला चौहान को उपहार में दी गई इस करोड़ों की कीमती कोठी के कागजात सामने आए.
सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ कहा जाने लगा कि आईपीएस पिता यूपी पुलिस का डीजीपी हो, आईएएस मां भारत सरकार के डीओपीटी में सचिव हो तो बेटी को करोड़ों का गिफ्ट मिलता है. लेकिन जब इस गिफ्ट डीड की तारीख 26 नवंबर 2021 पर गौर किया गया तो पता चला उस वक्त डीएस चौहान एडीजी इंटेलिजेंस थे. करोड़ों की कोठी गिफ्ट करने वाली अरुणा मोहन के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता चला अरुणा मोहन 1964 बैच के सीनियर आईपीएस रहे राजेंद्र मोहन की पत्नी हैं.
दोनों परिवार के बीच कैसे मजबूत हुए रिश्ते
राजेंद्र मोहन का बीते साल किडनी की बीमारी के चलते देहांत हो गया था. जब राजेंद्र मोहन केंद्रीय सुरक्षा बल में डीजी के पद पर थे, तब डीएस चौहान सुरक्षाबल में उनके अधीन डीआईजी थे. तभी से दोनों परिवारों के बीच परिवारिक रिश्ते बने. राजेंद्र मोहन और अरुणा मोहन के कोई संतान नहीं होने के चलते कहा जा रहा है कि अरुणा मोहन ने डीएस चौहान की बेटी अमशुला चौहान को अपनी कोठी गिफ्ट कर दी है.